कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है। इस साल देव दीपावली 26 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी। मान्यताओं के अनुसार, पूर्णिमा के दिन श्रीहरि विष्णु जी स्वयं गंगाजल में निवास करते हैं। कहते हैं कि इस दिन देवताओं का पृथ्वी पर आगमन होता है और उनके स्वागत में धरती पर दीप जलाए जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दिन शाम के समय शिव-मन्दिर में भी दीप जलाए जाते हैं। शिव मन्दिर के अलावा अन्य मंदिरों में, चौराहे पर और पीपल के पेड़ व तुलसी के पौधे के नीचे भी दीए जलाए जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि अगर आप इस दिन इन कुछ उपायों को करेंगे तो तो भगवान शिव एक साथ माता लक्ष्मी का भी आपको आशीर्वाद मिलेग।
- अगर आप अपने कारोबार में बहुत ज़्याद फायदा चाहते हैं तो इस दिन 11 तुलसी के पत्ते लीजिये। अब एक कटोरी में थोड़ी-सी हल्दी लेकर पानी की सहायता से उसका घोल बना लीजिये। अब उन तुलसी के पत्तों पर हल्दी से ‘श्री’ लिखकर भगवान को अर्पित कीजिये। साथ ही भगवान से अपने कारोबार में वृद्धि के लिये प्रार्थना कीजिये। ऐसा करने से आपके कारोबार की वृद्धि सुनिश्चित होगी। इस दिन तुलसी का पूजा भी ज़रूर करें।
- अगर आप अपने घर-परिवार में अन्न-धन की बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो इस दिन आप 900 ग्राम चने की दाल लीजिये और उसे सत्यनारायण भगवान के चरणों में स्पर्श करें। इसके बाद उस चने की दाल को किसी सुपात्र ब्राह्मण को दान कर दें। ऐसा करने से आपके घर-परिवार में अन्न-धन की बढ़ोतरी होगी।
- अपने कार्यों की सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो अपनी सफलता सुनिश्चित करने के लिए इस दिन आप सत्यनारायण भगवान को चन्दन की खुशबू अर्पित करें। साथ ही भगवान को किसी पीले रंग की मीठाई का भोग लगाएं। ऐसा करने से आपको अपने कार्यों में सफलता जरूर मिलेगी।
- माना जाता है कि पूर्णिमा पर दिये गये दान-दक्षिणा का फल कई गुना होकर हमे वापस मिलता है। पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद तिल, गुड़, कपास, घी, फल, दीये, अन्न, कम्बल, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए। साथ ही किसी जरूरतमंद को भोजन कराना चाहिए।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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