आज पौष कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि और मंगलवार का दिन है। पंचमी तिथि रात 9 बजकर 21 मिनट तक रहेगी। आज का पूरा दिन पार कर के अगले दिन सुबह 6 बजकर 39 मिनट तक वैधृति योग रहेगा। वैधृति योग स्थिर कार्यों हेतु ठीक है परंतु यदि कोई भाग-दौड़ वाला कार्य अथवा यात्रा आदि करनी हो तो इस योग में नहीं करनी चाहिए। आज का पूरा दिन पार कर के देर रात 2 बजकर 33 मिनट तक आश्लेषा नक्षत्र रहेगा। आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से आश्लेषा नौवां नक्षत्र है। इसका अर्थ होता है- आलिंग। कुंडली मार कर बैठे हुए सांप को आश्लेषा नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह माना जाता है। नाग देवताओं को आश्लेषा नक्षत्र के अधिपति देवता कहा जाता है।
ये भी पढ़ें- Kajal and Surma: काजल और सुरमा लगाने के फायदे जानेंगे तो रह जाएंगे हैरान, मंगल के साथ शनि दोष भी होता है दूर
आपको बता दें कि आश्लेषा नक्षत्र की राशि कर्क है। जिन लोगों का जन्म आश्लेषा नक्षत्र में हुआ हो या जिनकी कर्क राशि हो उन लोगों को आज के दिन नागकेसर के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। आश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध हैं, जबकि नागकेसर के पेड़ से इसका संबंध बताया गया है। आज इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आज के दिन नागकेसर के पेड़, उसके फूल, पत्तियों या लकड़ी को किसी प्रकार की क्षति न पहुंचाएं।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
ये भी पढ़ें-