इस बार पूर्णिमा तिथि दो दिनों की थी, कार्तिक पूर्णिमा को स्नान, दान और हवन आदि का बहुत ही महत्व है। आज किसी तीर्थ स्थल पर स्नान करने से वर्ष भर तीर्थ स्थलों पर स्नान का फल मिलता है। साथ ही आज जो भी कुछ दान किया जाये, उसका कई गुना लाभ मिलता है । वास्तव में कार्तिक मास की पूर्णिमा मनुष्य के अंदर छुपी बुराईयों को, निगेटिविटी को, अहंकार, काम, क्रोध, लोभ और मोह को दूर करने में सहायता करती है और जीवन में पॉजिटिविटी, प्रसन्नता और पवित्रता का संचार करती है ।
आज कार्तिक पूर्णिमा के दिन खग्रास चन्द्रग्रहण है। जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा क्रमशः एक ही सीध में होते हैं या चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है, तब चन्द्र ग्रहण लगता है और अबकी बार चन्द्रमा पूर्ण रूप से पृथ्वी की प्रच्छाया से ढका हुआ रहेगा। अतः यह खग्रास चन्द्रग्रहण होगा ।
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कहां और कब दिखेगा चन्द्र ग्रहण?
मेष राशि और भरणी नक्षत्र पर लगने वाला यह ग्रहण ग्रस्तोदित खण्डग्रास रूप में पूरा भारतीय परिक्षेत्र ग्रहणयुक्त रहेगा। यह ग्रहण एशिया क्षेत्र, आस्ट्रेलिया, पूर्वोत्तर यूरोप, उत्तरी/दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश क्षेत्रों में दिखाई देगा। इसके आलावा कनाडा,ग्वाटे माला, क्यूबा, ऑस्ट्रेलिया, थाइलैंड, इंडोनेशिया, फिलिपीन्स, जापान, चीन, म्यांमार आदि क्षेत्रों में भी दिखेगा।
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कितने बजे से लगेगा चन्द्र ग्रहण
भारतीय समयानुसार इस चन्द्रग्रहण का स्पर्श काल आज दोपहर 2 बजकर 39 मिनट पर होगा । इसका मध्य काल दोपहर बाद 3 बजकर 47 मिनट पर होगा और इसका मोक्ष काल शाम 6 बजकर 19 मिनट पर होगा । अतः इस ग्रहण का पर्वकाल 03 घंटे 39 मिनट का होगा, जबकि इसका सूतक बीती रात 3 बजकर 49 मिनट से ही शुरू हो चुका है। चन्द्रग्रहण का सूतक ग्रहण प्रारम्भ होने के 09 घंटे पहले लग जाता है।
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सूतक काल पर इन बातों का रखें ध्यान
ग्रहण के सूतक के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए । ग्रहण के दौरान चारों तरफ निगेटिविटी बहुत अधिक फैल जाती है, जिसका असर ग्रहण प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों पर भी पड़ता है । इसलिए सूतक लगने पर घर में सभी पानी के बर्तन में, दूध में और दही में कुश या तुलसी की पत्ती या दूब धोकर डालनी चाहिए और ग्रहण समाप्त होने के बाद दूब को निकालकर फेंक देना चाहिए ।
चन्द्र ग्रहण के दौरान न करें ये काम
- ग्रहण के समय रसोई से संबंधित कोई भी काम नहीं करना चाहिए, खासकर कि खाना नहीं बनाना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को इस दौरान अपना खास ख्याल रखना चाहिए। उन्हें किसी भी तरह का काम नहीं करना चाहिए।
- सुई में धागा नहीं डालना चाहिये।
- कुछ छीलना, काटना नहीं चाहिये।
- कुछ छौंकना या बघारना नहीं चाहिये।