Chaitra Navratri 2023: 'या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः...' जल्द ही इस मंत्र के जाप से हर घर और मंदिर गूंज उठेगा। मां दुर्गा के इस मंत्र के जाप में मन की हर मनोकामना पूरी होती है। माता रानी की पूजा में इस मंत्र का खास महत्व होता है। तो आप चैत्र नवरात्रि के पावन मौके पर मां की उपासना करते वक्त इस मंत्र का जाप जरूर करें। आपको बता दें कि इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है, जिसका समापन राम नवमी के मौके पर 30 मार्च को होगी। कहते हैं कि जब माता रानी बुधवार के दिन आती हैं यह बुद्धि, विवेक, और मानसिक बल को दर्शाता है। वहीं गुरुवार के दिन मां दुर्गा का जाना शिक्षा, नौकर और भक्ति में वृद्धि को दर्शाता है।
क्या है इस बार मां की सवारी?
आपको बता दें कि हर नवरात्रि में मां दुर्गा अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर धरती पर आती हैं, जिसका अलग-अलग अर्थ और संकेत होता है। इस बार चैत्र नवरात्रि पर जगत जगदंबा भवानी नाव पर सवार होकर आ रही हैं। ज्योतिषों के मुताबिक, इस साल माता रानी का आना और जाना दोनों ही शुभ स्थिति में होने जा रहा है।
नाव किस बात का देती है संकेत?
नौका पर माता इस बात का संकेत लेकर आती हैं कि सर्व काम में सिद्धि प्राप्त होगी और कोई बाधा नहीं परेशानी करेगी। साथ ही नाव या नौका इस बात का संकेत भी देती है कि इस साल खूब वर्षा होने वाली है। मां अम्बा का नाव पर आना यह भी बताता है कि माता रानी अपने भक्तों को हर कष्ट से उबारेंगी और उन्हें सुख-समृद्धि प्रदान करेंगी।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। । इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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