Chaitra Month 2024 Festival Calendar: हिंदू धर्म में चैत्र का महीना बड़ा ही पवित्र माना जात है, वहीं वैदिक पंचांग के अनुसार यह वर्ष का पहला महीना कहलाया जाता है। फाल्गुन का महीना समाप्त होने के बाद चैत्र मास 26 मार्च 2024 से शुरू होने जा रहा है। चैत्र को लेकर मान्यता है कि इस महीने में ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी। इसलिए इस माह में हिंदू नववर्ष मनाया जाता है और इसे पहला महीना मानने का कारण भी यही है।
चैत्र के महीने को धार्मिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। जो लोग इस महीने दान-पुण्य का कार्य करते हैं, उन्हें जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसी के साथ इस माह सूर्य मेष राशि में उच्च स्थान पर गोचर कर नई ऊर्जा का संचार करते हैं, जिसे ज्योतिष के लिहाज से बेहद शुभ माना जाता है। अतः इस माह विशेष रूप से सूर्य भगवान, मां दुर्गा और लक्ष्मी-नारायण भगवान की पूजा-वंदना करने का सर्वाधिक महत्व बताया गया है। इस माह में चैत्र नवरात्रि, रामनवमी (रामलला का जन्मोत्सव), रंग पंचमी, कामदा एकादशी व्रत समेत कई बड़े-बड़े व्रत-त्योहार आते हैं। इन त्योहारों की तारीख कब-कब है आइए जानते हैं।
चैत्र मास 2024 व्रत-त्योहार कैलेंडर
- 26 मार्च 2024 दिन मंगलवार- चैत्र मास प्रारंभ
- 27 मार्च 2024 दिन बुधवार- भाई दूज
- 28 मार्च 2024 दिन गुरुवार- भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी
- 26 मार्च 2024 दिन मंगलवार- चैत्र मास प्रारंभ
- 30 मार्च 2024 दिन शनिवार- रंग पंचमी
- 31 मार्च 2024 दिन सोमवार- शीतला सप्तमी, कालाष्टमी
- 5 अप्रैल 2024 दिन शुक्रवार- पापमोचिनी एकादशी
- 6 अप्रैल 2024 दिन शनिवार- शनि त्रयोदशी, प्रदोष व्रत
- 7 अप्रैल 2024 दिन रविवार- मासिक शिवरात्रि
- 8 अप्रैल 2024 दिन सोमवार- चैत्र अमावस्या, सूर्य ग्रहण
- 9 अप्रैल 2024 दिन मंगलवार- चैत्र नवरात्रि प्रारंभ, झूलेलाल जंयती, हिंदू नववर्ष प्रारंभ
- 11 अप्रैल 2024 दिन गुरुवार- मत्स्य जंयती, गौरी पूजा
- 12 अप्रैल 2024 दिन शुक्रवार- लक्ष्मी पंचमी
- 14 अप्रैल 2024 दिन रविवार- यमुना छठ
- 16 अप्रैल 2024 दिन मंगलवार- महातारा जंयती, मासिक दुर्गाष्टमी
- 17 अप्रैल 2024 दिन बुधवार- राम नवमी, स्वामीनारायण
- 19 अप्रैल 2024 दिन शुक्रवार- कामदा एकादशी
- 20 अप्रैल 2024 दिन शनिवार- त्रिशूर पूरम, वामन द्वादशी
- 21 अप्रैल 2024 दिन रविवार- महावीर स्वामी जयंती, प्रदोष व्रत
- 23 अप्रैल 2024 दिन मंगलवार- हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा व्रत
चैत्र नवरात्रि- साल में 4 नवरात्रि पड़ती हैं, जिसमें से चैत्र माह की नवरात्रि अति पावन होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार चैत्र मास की नवरात्रि में जो भी देवी भक्त पूरे 9 दिनों तक पूजा और व्रत का पालन नियमित रूप से करते हैं, देवी मां उनकी हर मनोकामना को पूर्ण कर उनकी जीवन भर हर संकट से रक्षा करती हैं। इस बार चैत्र नवरात्रि हिंदू पंचांग के अनुसार 9 अप्रैल 2024 से शुरू होकर 17 अप्रैल 2024 को समाप्त होगी।
रामनवमी- प्रत्येक वर्ष रामनवमी का महापर्व चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। वाल्मिकी रामायण के अनुसार इसी तिथि को भगवान राम का जन्म अयोध्या धाम में हुआ था। इस बार यह पर्व 17 अप्रैल 2024 को भव्यता के साथ मनाया जाएगा। इस दिन लोग भगवान राम की स्तुति करते हैं, उनके प्रकाट्य उत्सव की चौपाइयां गाते हैं। अतः यह दिन प्रभु राम की कृपा प्राप्ति का सबसे श्रेष्ठ दिन माना जाता है।
पापमोचिनी एकादशी- हिंदू धर्म में सबसे बड़ा व्रत एकादशी का होता है। यह तिथि भगवान विष्णु की अति प्रिय है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-वंदना करने से जीवन सुखमय बीतता है। एकादशी का व्रत रखने वालों से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। चैत्र मास में पड़ने वाली पहली एकदाशी पापमोचिनी का व्रत इस बार 5 अप्रैल 2024 को रखा जाएगा। प्रत्येक वर्ष यह चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन पड़ती है, अतः इस एकादशी के दिन व्रत रखने से जीवन के समस्त पाप मिट जाते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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