
Chaitra Amavasya 2025: इस साल चैत्र माह की अमावस्या 29 मार्च को है। अमावस्या के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व होता है। ऐसा करने से व्यक्ति को पुण्यकारी फलों की प्राप्ति होती है। अमावस्या का दिन पितरों को भी समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि अमावस्या के दिन पितृ धरती लोक पर आते हैं। तो अमावस्या का दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। तो चलिए जानते हैं कि पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए अमावस्या के दिन कौनसे काम करने चाहिए।
अमावस्या के दिन करें ये काम, पितृ होंगे प्रसन्न
1. अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध भी किया जाता है। ऐसा करने से पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। तो अगर आपकी कुंडली में पितृ दोष है तो चैत्र अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण जरूर करें। इस उपाय को करने से आपको पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी। वहीं पितरों का पिंडदान और श्राद्ध करने से पूर्वजों की अपार कृपा प्राप्त होती है। साथ ही पितृ दोष का प्रभाव भी कम होता है।
2. चैत्र अमावस्या के दिन स्नान आदि के बाद पितरों के नाम का गरीबों और जरूरतमंद लोगों को अन्न, वस्त्र, धन और भोजन का दान भी अवश्य करें। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं।
3. अमावस्या के दिन ब्राह्माणों को भोजन कराएं और उन्हें अपनी क्षमतानुसार दान-दक्षिणा भी दें। ऐसा करने से पितृ दोष दूर होता है और पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
4. चैत्र अमावस्या के दिन पीपल पेड़ पर जल और दूध अर्पित करें। इसके बाद फल, फूल और काले तिल भी चढ़ाएं। फिर बाद में घी का दीपक जलाकर 11 बार परिक्रमा करें। इस उपाय को करने से जातक को पितृ दोष से छुटकारा मिलता है।
5. अमावस्या के दिन गाय, कौआ, कुत्ता को भोजन कराएं। कहा जाता है कि ऐसा करने से पितृ दोष से छुटकारा मिलता है और इसके साथ ही साथ पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
6. अमावस्या के दिन घर के बाहर दक्षिण दिशा में तेल का दीया जलाएं। यह दिशा पितरों की मानी जाती है। तो दक्षिण दिशा में दीया जलाने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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