Highlights
- 7 सितंबर को भाद्रपद शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि और बुधवार का दिन है। जीवन में बड़ी
- द्वादशी तिथि रात 12 बजकर 4 मिनट तक रहेगी।
- जीवन में बड़ी उपलब्धियां पाने के लिए इस दिन रखें व्रत।
Budhwar Upay: 7 सितंबर को भाद्रपद शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि और बुधवार का दिन है। द्वादशी तिथि रात 12 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। आज का पूरा दिन पार कर के देर रात 1 बजकर 16 मिनट तक शोभन योग रहेगा। इस योग को बड़ा ही अच्छा माना जाता है। इस योग के दौरान शुरू की गई यात्रा मंगलमय और सुखद रहती है और मार्ग में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती है। साथ ही जिस उद्देश्य से यात्रा की जाती है, वह भी पूरा हो जाता है और व्यक्ति को आनंद की अनुभूति होती है साथ ही आज शाम 4 बजे तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा।आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों की श्रेणी में उत्तराषाढ़ा21वां नक्षत्र है।उत्तराषाढ़ा नक्षत्र शुभ नक्षत्रों की श्रेणी में आता है।
भाद्रपद शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इसे श्रवण द्वादशी और वामन द्वादशी भी कहा जाता है हालांकि इसमें कुछ मतभेद हैं। कुछ जगहों पर वामन जयंती चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को भी मनायी जाती है। आज के दिन श्रवण नक्षत्र में भगवान विष्णु के वामन रूप का अवतार हुआ था। इस दिन श्री वामन भगवान के निमित्त पूजन आदि करने का विधान है। साथ ही चावल, दही आदि चीज़ों के दान का महत्व है। आज भाद्रपद शुक्ल पक्ष की द्वादशी को गाय बछड़ा पूजन भी किया जाता है। आज के दिन सुबह स्नान आदि के बाद गाय और बछड़े को भली प्रकार से स्नान कराकर उनकी पूजा की जाती है और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया जाता है। आज के दिन गाय के दूध, दही या अन्य चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए, बल्कि उनका दान कर देना चाहिए।साथ ही अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति के लिए, जीवन में खुशहाली बनाए रखने के लिए आपको कौन से उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
- अगर आप अपने जीवन में बड़ी उपलब्धियां पाना चाहते हैं और अपने समस्त कार्यों में सफलता सुनिश्चित करना चाहते है, तो आज के दिन आपको विश्वेदेव का इस प्रकार ध्यान करना चाहिए- ‘ॐ इन्द्राय नमः ऊँ अग्नये नमः ऊँ सोमाय नमः ऊँ त्वष्ट्राय नमः ऊँ रुद्राय नमः ऊँ पूखनाय नमःऊँ विष्णवे नमः ऊँ अश्विनीये नमः ऊँ मित्रावरूणाय नमः ॐ अंगिरसाय नमः आज इस प्रकार विश्वेदेवों का ध्यान करने से आपको जीवन में बड़ी उपलब्धियों के साथ ही आपके समस्त कार्यों की सफलता भी सुनिश्चित होगी।
- अगर आप अपने वैवाहिक जीवन को सुख और प्रसन्नता से भरा देखना चाहते हैं, तो आज के दिनउत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान कटहल के पेड़ या उसके फल का दर्शन करें और हाथ जोड़कर अपने वैवाहिक जीवन में सुख और सम्पन्नता लाने के लिए प्रार्थना करें।अगर आज के दिन कटहल के पेड़ का दर्शन करना संभव न हो, तो आप इंटरनेट या अपने फोन पर तस्वीर का दर्शन कर सकते है अगर ये भी संभव न हो तो मन में हरे-भरे कटहल के पेड़ की कल्पना करके उसे प्रणाम करें।आज ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुख और प्रसन्नता से भरा रहेगा।
- अगर आपके ऊपर अचानक से बहुत सारी जिम्मेदारियां आ गए हैं, जिससे आप मानसिक रूप से अशांति महसूस कर रहे हैं,तो आज के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान आपको सूर्य के इस मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए।मंत्र इस प्रकार है- 'ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम: आज ऐसा करने से आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभायेंगे और आपको मानसिक अशांति से भी छुटकारा मिलेगा।
- अगर आपकी आमदनी का फ्लो अचानक से रूक गया है, तो फिर से फ्लो बढ़ाने के लिए आज के दिनआपकोएक लोटे में जल लेकर उसमें थोड़ा-सा गंगाजल डाल कर सूर्यदेव कोअर्पित करें, लेकिन ध्यान रहे उसमें से थोड़ा-सा जल बचाकर रख लें और उसे पूरे घर में छिड़क दें| आज ऐसा करने से आपकी आमदनी का फ्लो फिर से बढ़ने लगेगा।
- अगर आप राजनीति में या किसी अन्य क्षेत्र में अपना रूतबा जमाये रखना चाहते हैं, तो आज के दिन आपको उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान सूर्य यंत्र की स्थापना करनी चाहिए।आप चाहें तो धातु पर बना यंत्र स्थापित कर सकते हैं या फिर आज के दिन आप खुद भी इस यंत्र को बनाकर स्थापित कर सकते हैं।इसके लिये भोजपत्र पर अष्टगंध से अनार की कलम द्वारा या फिर सफेद कोरे कागज पर लाल पेन से एक वर्गाकार आकृति बनाइये और उसमें तीन कॉलम बनाइये।अब हर एक कॉलम में तीन खाने बनाइये।फिर पहले कॉलम में बायीं से दायीं तरफ क्रमशः 6, 1 और 8 लिखिए।फिर दूसरे कॉलम में बायीं से दायीं तरफ क्रमशः 7, 5 और 3 लिखिए।फिर तीसरे कॉलम में बायीं से दायीं तरफ क्रमशः 2, 9 और 4 लिखिए।इस प्रकार आपका यंत्र बन जायेगा|अब उस यंत्र की विधि पूर्वक पूजा कीजिये और उस पर कम से कम 1008 बार सूर्य देव के इस मंत्र का जप करें।मंत्र इस प्रकार है- ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम: आपको बता दूं– मंत्र का जप किया जाना बहुत जरूरी है।मंत्र जप से ही यंत्र प्रभावशाली बनता है।आज इस प्रकार मंत्रों से सिद्ध किया हुआ यंत्र स्थापित करने से आप राजनीति या अन्य क्षेत्र में अपना रुतबा जमाये रखने में सफल होंगे।
- अगर आप अपने और अपने परिवार वालों के जीवन में खुशियां ही खुशियां लाना चाहते है, तो आज के दिन आपको स्नान आदि के बाद घर में किसी उचित स्थान पर आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं और सूर्यदेव के इस मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।मंत्र इस प्रकार है- ऊँ घृणिः सूर्याय नमः आज के दिन ऐसा करने से आपके और आपके परिवार में खुशियां ही खुशियां आएंगी।
- अगर आपको छोटी-छोटी बातों पर अत्यधिक गुस्सा आ जाता है,तो अपने गुस्से को काबू में रखने के लिए आज के दिन आपको भगवान को गुड़ से बनी किसीचीज का भोग लगाना चाहिए।अगर गुड़ से बनी चीज का प्रसाद ना चढ़ा पायें,तो केवल गुड़ का ही भोग लगाएं।आज ऐसा करने से आप अपने गुस्से पर काबू पाने में सफल होंगे।
- अगर आप मजबूत इरादों के साथ जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो आज के दिन आपको स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को नमस्कार करना चाहिए और उन्हें जल अर्पित करना चाहिए।जल अर्पित करने के लिए अगर तांबे का पात्र हो, तो और भी श्रेष्ठ है।आज ऐसा करने से आप मजबूत इरादों के साथ जीवन में बहुत आगे बढ़ेंगे।
- अगर आप विद्या के क्षेत्र में अपना परचम लहराना चाहते हैं, तो आज के दिन उत्तराषाढ़ा के दौरान सूर्यदेव को लाल पुष्प अर्पित करें।अगर आज के दिन लाल पुष्प ना मिल पाये तो आपको अपने मन में ही ये भाव रखे की आप सूर्यदेव को लाल पुष्प अर्पित कर रहें है।साथ ही सूर्य के इस मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए।मंत्र इस प्रकार है- ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम:आज ऐसा करने से विद्या के क्षेत्र में आपका परचम लहरेगा।
- अगर आप किसी भी तरह की आंख संबंधी परेशानी से बचे रहना चाहते हैं, तो आज के दिन स्नान आदि के बाद आपको सूर्यदेव को प्रणाम करके आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए. आज ऐसा करने से आप आंख संबंधी परेशानियों से बचे रहेंगे और अगर आपको पहले से किसी प्रकार की आंख संबंधी परेशानी है, तो उससे भी आपको जल्द ही राहत मिलेगी।
- अगर आप बेहतर स्वास्थ्य के साथ ही लंबी आयु भी पाना चाहते हैं या किसी पुरानी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से छुटकारा पाना चाहते है, तो आज के दिन आपको सूर्यदेव के इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। सूर्यदेव का मंत्र इस प्रकार है - ऊँ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्याय श्रीं’आज इस मंत्र का जप करने से आपको बेहतर स्वास्थ्य के साथ ही लंबी आयु भी प्राप्त होगी।साथ ही की पुरानी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से छुटकारा भी मिलेगा।
- अगर आप अपनी वाणी को मधुर और अपने स्वभाव को नम्र बनाये रखना चाहते हैं, तो आज के दिन एक बर्तन में जल भरकर, उसमें कुछ सिक्के डालकर मंदिर में रखें और अगले दिन उस बर्तन में से सिक्के निकालकर अपने पास संभालकर रख लें और जल को किसी पौधे या मनी प्लान्ट में डाल दें।आज ऐसा करने से आपकी वाणी मधुर और आपका स्वभाव नम्र बना रहेगा।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं