
सनातन धर्म में बसंत पंचमी को बेहद खास माना गया है, इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती का अवतरण हुआ था। इसी कारण पूरे देश में मां सरस्वती की पूजा की जाती है। साथ ही हिंदू पंचांग के मुताबिक, इसी दिन से बसंत ऋतु का भी आरंभ हो जाती है। पेड़ों पर नए कोपलें आनी शुरू हो जाती है और आसपास का माहौल हरियाली से भर जाता है। देश भर के स्कूलों में इस दिन मां सरस्वती की पूजा विधि-विधान से की जाती है, माना जाता है कि इससे सरस्वती देवी प्रसन्न होंगी और ज्ञान की कृपा बरसाएंगी। इस दिन मां जहां कई शुभ कामों से खुश होती हैं वहीं, कुछ कार्यों से क्रोधित भी होती है, ऐसे में आइए जानते हैं कौन से हैं वो काम?
कब मनाई जाएगी बसंत पंचमी
माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि इस बार 2 फरवरी से ही शुरू हो रही है, हालांकि ये 3 फरवरी तक रहेगी। ऐसे में कुछ जगहों पर 2 फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जा रही, तो कुछ जगहों पर 3 फरवरी को। ऐसे में मां सरस्वती की पूजा को लेकर कुछ नियम कायदे होते हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी होता है। जैसे की बसंत पंचमी के दिन गंगा या अन्य पवित्र नदी में स्नान करें या फिर घर पर हैं तो गंगाजल से स्नान करें। सरस्वती पूजा करें और मां को पीले या सफेद रंग के पुष्प और वस्त्र चढ़ाएं। इसके बाद गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान जरूर दें।
भूलकर भी न करें ये काम
- बसंत पंचमी के दिन जातक को किसी से भी विवाद नहीं करना चाहिए और न ही किसी को अपशब्द बोलना चाहिए।
- इस दिन से बसंत ऋतु की शुरुआत होती है, ऐसे में कोशिश करें आपके हाथों कोई भी पेड़-पौधे को हानि न पहुंचें।
- बसंत पंचमी को काफी पवित्र माना गया है, ऐसे में जातक को तामसिक भोजन जैसे-मांस, मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
- बसंत पंचमी के दिन जातक को काले वस्त्र धारण नहीं करना चाहिए, इससे मां सरस्वती नाराज होती हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)