Bada Mangal 2023: आज यानी मंगलवार (30 मई 2023) को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जा रहा है। इसके साथ ही ज्येष्ठ मास का आखिरी बड़ा मंगल भी है। हिंदू धर्म में ज्येष्ठ महीने में पड़ने वाले मंगलवार का विशेष महत्व है। इस दिन हनुमान जी की विधिवत पूजा-अर्चना और व्रत करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है। बड़ा मंगल के दिन कई जगह भक्तगण भंड़ारे का भी आयोजन करवाते हैं। आपको बता दें कि बड़ा मंगल को बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है। तो आइए जानते हैं बड़ा मंगल का महत्व और इस दिन बजरंगबली की पूजा और दर्शन क्यों महत्वपूर्ण है।
बड़ा मंगल को क्यों कहा जाता है बुढ़वा मंगल?
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, कुंती और पांडु का पुत्र भीम काफी बलशाली थी। इस वजह से भीम को अपने बल और शक्ति पर काफी घमंड हो गया था। भीड़ के इस अभिमान को तोड़ने के लिए राम भक्त हनुमान ने बूढ़े वानर के रूप में भीम को सबक सिखाया था। उन्होंने अपने बुजुर्ग स्वरूप में भीम को परास्त कर दिया था। कहते हैं कि वह दिन मंगलवार का था, इसलिए इसे बुढ़वा मंगल कहा जाता है।
बड़ा मंगल के दिन जरूर करें हनुमान जी के दर्शन
ऐसे तो किसी भी मंगलवार को बजरंगबली की पूजा और व्रत रखा जा सकता है। लेकिन ज्येष्ठ मास के मंगलवार को हनुमान के दर्शन करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही बुढ़वा मंगल के दिन हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और सुंदरकांड का पाठ करना भी काफी फलदायी माना जाता है। पवनपुत्र हनुमान जी की कृपा पाने के लिए उन्हें सिंदूर और बेसन के लड्डू जरूर करें अर्पित। बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी की उपासना करने से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं। इसके अलावा कुंडली में मंगल दोष भी दूर हो जाता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। इंडियाटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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