Ashadha Purnima Upay: आषाढ़ महीने की पूर्णिमा इस बार दो दिनों की पड़ रही है। पूर्णिमा जब दो दिनों की होती है, तो पहले दिन पूर्णिमा का व्रत किया जाता है। वहीं दूसरे दिन स्नान-दान करके पुण्य कमाया जाता है। अतः 20 जुलाई को व्रत आदि की पूर्णिमा है। पूर्णिमा के दिन श्री विष्णु के स्वरूप भगवान सत्यनारायण की पूजा की जाती है। लिहाजा आज के दिन स्नान आदि के बाद परिवार सहित भगवान सत्यनारायण की कथा कही जाती है। साथ ही आज पूर्णिमा के दिन भगवान के निमित्त व्रत रखने का भी विधान है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि पूर्णिमा के दिन किन उपायों को करना चाहिए।
1. अगर आप अपने कारोबार में वृद्धि सुनिश्चित करना चाहते हैं तो पूर्णिमा के दिन स्नान आदि के बाद 11 तुलसी के पत्ते लीजिये। अब उन तुलसी के पत्तों को अच्छे से धोकर, साफ कपड़े से पोंछ लीजिये। इसके बाद एक कटोरी में थोड़ी-सी हल्दी लेकर पानी की सहायता से उसका घोल बना लीजिये। अब उन तुलसी के पत्तों पर हल्दी से 'श्री' लिखकर भगवान को अर्पित कीजिये। साथ ही भगवान से अपने कारोबार में वृद्धि के लिए प्रार्थना कीजिये।
2. अगर आप अपने घर-परिवार में अन्न-धन की बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो पूर्णिमा के दिन आप 900 ग्राम चने की दाल लीजिये और उसे सत्यनारायण भगवान के चरणों में स्पर्श कराइये। इसके बाद उस चने की दाल को किसी सुपात्र ब्राह्मण को दान कर दें।
3. अगर आप अपनी सेहत को बेहतर बनाये रखना चाहते हैं तो अपनी अच्छी सेहत के लिए पूर्णिमा के दिन आपको प्रसाद के लिए थोड़ा-सा आटा लेना चाहिए और उसे कढ़ाई में डालकर घी में भूनना चाहिए। साथ ही उसमें थोड़ी-सी शक्कर भी डालनी चाहिए। इस प्रकार आपका प्रसाद तैयार हो जायेगा। अब आप उस तैयार प्रसाद में कुछ केले के टुकड़े डालिए और उसका भगवान को भोग लगाइए। भोग लगाने के
बाद बाकी बचे हुए प्रसाद को अपने परिवार के सदस्यों में और बाहर छोटे बच्चों में बांट दें।
4. अगर आप अपने साथ हमेशा परिवार का सहयोग बनाये रखना चाहते हैं तो पूर्णिमा के दिन आपको स्नान आदि के बाद तुलसी के पौधे में पानी डालना चाहिए और सत्यनारायण भगवान का ध्यान करना चाहिए। इसके बाद तुलसी की जड़ के पास से थोड़ी-सी गिली मिट्टी लेकर, उससे परिवार के सब सदस्यों को तिलक लगाएं और साथ ही स्वयं भी माथे पर तिलक लगाएं।
5. अगर आपका कोई ऐसा काम है, जिसे आप जल्द से जल्द पूरा करना चाहते हैं तो उसे पूरा करने के लिए पूर्णिमा के दिन आपको स्नान आदि के बाद साफ कपड़े पहनकर लक्ष्मी-नारायण के मंदिर में जाना चाहिए और भगवान को कटे हुए गोले के टुकड़े और मिश्री का प्रसाद अर्पित करना चाहिए। साथ ही अपने काम के जल्द से जल्द पूरा होने की प्रार्थना करनी चाहिए।
6. अगर बिजनेस को लेकर आपका बिजनेस साझेदार आपकी कोई बात नहीं मान रहा है, सिर्फ अपने डिसीजन आप पर थोप रहा है तो ऐसी सिचुऐशन को ठीक करने के लिए पूर्णिमा के दिन आपको नारायण के मंत्र का जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-'ऊँ नमो भगवते नारायणाय।'
7. अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि बनाये रखना चाहते हैं तो पूर्णिमा के दिन आपको स्नान आदि के बाद थोड़ी-सी रोली लेनी चाहिए और उसमें दो-चार बूंद घी डालना चाहिए। अब घी और रोली को अच्छे से मिला लीजिये। इसके बाद इस रोली से अपने घर के मंदिर के बायीं और दायीं दोनों तरफ स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं।
8. अगर भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं तो उनके साथ रिश्तों में मिठास घोलने के लिए पूर्णिमा के दिन आपको दूध, चावल की खीर बनानी चाहिए और उसमें एक-दो तुलसी की पत्ती डालनी चाहिए। यहां ध्यान रखियेगा कि तुलसी की पत्ती को साबुत ही खीर में डालना है न कि तोड़कर। अब इस खीर का सत्यनारायण भगवान को भोग लगाएं और भोग लगाने के 10 मिनट बाद उस खीर को प्रसाद के रूप में अपने भाई-बहनों को खिला दें और थोड़ा प्रसाद खुद भी खा लें।
9. अगर आप अपने जीवनसाथी के साथ प्यार बरकरार रखना चाहते हैं तो पूर्णिमा के दिन स्नान आदि के बाद सत्यनारायण भगवान को चन्दन का तिलक लगाएं। साथ ही देवी लक्ष्मी को लाल चुनरी चढ़ाएं।
10. अगर आप अपने कार्यों की सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो अपनी सफलता सुनिश्चित करने के लिए पूर्णिमा के दिन आप सत्यनारायण भगवान को चंदन की खुशबू अर्पित करें। साथ ही भगवान को किसी पीले रंग की मीठाई का भोग लगाएं।
11. अगर आप अपने घर-परिवार को अपने आस-पास इम्पोर्टेन्ट लोगों को हमेशा खुश देखना चाहते हैं तो पूर्णिमा के दिन स्नान आदि से निवृत्त होकर सत्यनारायण भगवान की विधि-पूर्वक पूजा करें। पूजा के बाद हाथ में पीले फूलों की पुष्पांजलि लेकर भगवान को अर्पित करें।
12. अगर आप ऑफिस में अपने कलीग्स की बैक बाइटिंग से परेशान हैं तो उससे छुटकारा पाने के लिए पूर्णिमा के दिन चावलों को पकाकर उसमें थोड़ा-सा खाने वाला पीला रंग और थोड़ी-सी शक्कर मिलाइए। अब उसके तीन हिस्से कीजिये। एक हिस्सा गाय को खिला दीजिये। एक हिस्सा मंदिर में दे आयें और एक हिस्सा स्वयं खा लीजिये।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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