Grah Gochar April 2023: नया महीना अप्रैल की शुरुआत हो चुकी है। धार्मिक लिहाज से यह महीना काफी महत्वपूर्ण है। इसमें कई तीज-त्यौहार और व्रत पड़ रहे हैं। इसके अलावा अप्रैल में कई ग्रहों का राशि परिवर्तन भी होने जा रहा है। इस महीने जहां सूर्य का गोचर होने वाला है वहीं बुध मेष राशि में वक्री होंगे। तो आइए जानते हैं कि अप्रैल में कौन-कौन से ग्रह राशि परिवर्तन करने वाले हैं।
1. शुक्र का वृष राशि में गोचर (Shukra Gochar 2023)
शुक्र 6 अप्रैल 2023 गुरुवार को मेष से वृष राशि में गोचर करेगा। वृष और तुला राशि का स्वामी शुक्र भौतिक सुख, प्रेम, सौंदर्य आदि का कारक ग्रह है। यदि कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत है तो जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती और भाग्य के द्वार खुल जाते हैं। वहीं अगर कुंडली में शुक्र कमजोर हो तो कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शुक्र जब एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करता है तो उसका प्रभाव देश, दुनिया, व्यापार, परिवार और आर्थिक स्थिति सहित सभी 12 राशियों पर पड़ता है।
2. सूर्य का मेष राशि में गोचर (Surya Gochar 2023)
ज्योतिष में, सूर्य को उच्च अधिकार वाले गतिशील ग्रह के रूप में जाना जाता है। यह ग्रह राजसी गुणों को दर्शाता है। सूर्य की कृपा के बिना करियर के मामले में जीवन में शीर्ष स्थान प्राप्त नहीं किया जा सकता है। एक मजबूत सूर्य जीवन में सभी आवश्यक संतुष्टि, बेहतर स्वास्थ्य और एक शक्तिशाली मन प्रदान कर सकता है। यदि सूर्य अच्छी स्थिति में है तो सूर्य व्यक्ति को कमजोर स्थिति से मजबूत स्थिति में भी ले जा सकता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य शुभ स्थिति में है तो व्यक्ति अपने करियर में सभी प्रतिष्ठा और पद प्राप्त कर सकता है। एक मजबूत सूर्य जातक को सभी शारीरिक और मानसिक सुख प्रदान कर सकता है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य 14 अप्रैल 2023 को मेष राशि में गोचर करेगा। 14 अप्रैल 2023 से 15 मई 2023 तक सूर्य मेष राशि में रहेंगे।
3. बुध का मेष राशि में वक्री होना
वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को तारों का राजकुमार कहा गया है। इसके साथ ही बुध ग्रह को ज्ञान, व्यापार, तर्क शक्ति, तार्किक क्षमता और शेयर बाजार का कारक माना जाता है। इसलिए जब भी बुध ग्रह की चाल में परिवर्तन होता है तो इन क्षेत्रों में कुछ राशियों को लाभ होता है। 21 अप्रैल 2023 को बुध ग्रह मेष राशि में वक्री होने जा रहा है। मेष राशि पर मंगल ग्रह का शासन है।
4. गुरु का मेष राशि में गोचर (Guru Gochar 2023)
बुद्धि और धार्मिक कार्यों के कारक गुरु बृहस्पति की राशि अप्रैल 2023 में गोचर होने जा रहा है। बृहस्पति 22 अप्रैल, शनिवार को मेष राशि में गोचर करेगा। 12 साल बाद गुरु मेष राशि में प्रवेश करेगा। गुरु अपनी राशि मीन में है। सूर्य और बुध भी मीन राशि में हैं। गुरु मीन राशि को छोड़कर 1 मई 2024 तक मेष राशि में रहेगा। फिर 01 मई 2024 को वृष राशि में गोचर करेगा। ज्योतिषी चिराग बेजान दारूवाला का कहना है कि 22 अप्रैल को गुरु के राशि परिवर्तन से सभी के जीवन पर प्रभाव पड़ेगा। कुछ राशियों के जीवन में बृहस्पति का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा तो वहीं कुछ राशियों में इसके दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं।
5. बुध का मेष राशि में अस्त होना
वैदिक शास्त्रों में बुध ग्रह को बुद्धि और तर्क का प्रतीक माना गया है। ये मेष राशि के तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। अब बुध ग्रह 23 अप्रैल 2023 को मेष राशि के प्रथम भाव में अस्त होने जा रहा है। इनके अस्त होने से जातकों को इसके सकारात्मक और नकारात्मक दोनों परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इस दौरान विकास और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रतिकूल परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही उन्हें नींद न आना, भूख न लगना और निर्णय लेने की क्षमता में कमी जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
6. बृहस्पति का मेष राशि में उदय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी गुरु बृहस्पति एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो गुरु बृहस्पति के गोचर का प्रभाव ज्ञान, वृद्धि, शिक्षा, संतान, दान, पिता-पुत्र संबंध आदि पर पड़ता है। अनुकूल परिणाम। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति देव जब भी गोचर करते हैं तो इसके प्रभाव से सभी राशियों के जीवन में उथल-पुथल मच जाती है। वहीं देव गुरु बृहस्पति 27 अप्रैल 2023 को मेष राशि में उदय होने जा रहे हैं। इससे कई राशियों के जीवन में चमत्कारी परिवर्तन देखने को मिलेंगे।
(ज्योतिषी चिराग दारूवाला विशेषज्ञ ज्योतिषी बेजान दारूवाला के पुत्र हैं। उन्हें प्रेम, वित्त, करियर, स्वास्थ्य और व्यवसाय पर विस्तृत ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है।)
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