महाकुंभ में करोड़ों की संख्या में लोग पवित्र स्नान करने आ रहे हैं। इस धार्मिक उत्सव में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय नागा साधु बने हुए हैं। प्रयागराज के इस महाकुंभ में अलग-अलग नागा बाबा आए हुए है। ऐसे ही एक अनोखे बाबा हैं, जो अपनी एक कार की वजह से इन दिनों काफी चर्चा में हैं। इन्हें इन दिनों एम्बेसडर वाले नागा बाबा के नाम से जाना जा रहा है। बाबा की खासियत है कि इनके पास इन दिनों 1973 की एक पुरानी एंबेसडर कार है, जो एकदम चालू हालत में है।
कहां के रहने वाले हैं एंबेसडर वाले बाबा?
एम्बेसडर कार वाले नागा बाबा उर्फ अनोखे बाबा ने इंडिया टीवी से बात की। उन्होंने अपने बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह मध्य प्रदेश के एक जिले से यहां आए हैं। उन्होंने बताया कि वह एमपी के इंदौर जिले से आए हुए हैं जो इन दिनों तप कर रहे है। वहीं, उन्होंने बताया कि उनका नाम राजगिरि है। उन्होंने ये बताया कि वे कहीं भी जाते है अपनी 35 साल पुरानी भगवा रंग की पुरानी एंबेसडर कार साथ ले जाते है और खुद ड्राइव करके आते हैं।
कार की है अच्छी जानकारी
बाबा ने बताया कि वे अपनी इस एम्बेसडर कार में हर मौसम के हिसाब से व्यवस्था कर रखी है, उन्होंने गर्मी से बचने के लिए कार में ऊपर एक एक्जॉस्ट फैन लगाया हुआ है जिसमें बैटरी और बर्फ की सिल्ली से एसी बना लेते है। इतना ही नहीं बाबा का गाड़ी का अच्छा खासा नॉलेज हैं मान लीजिए कि उनकी कार कहीं बंद पड़ गई तो उन्हें किसी मैकेनिक की जरूरत नहीं पड़ती वे खुद ही ठीक भी कर लेते हैं।
कब से कर रहे साधना?
अपना साधना को लेकर उन्होंने बताया कि 7 साल की उम्र में दीक्षा लेकर 15 साल की उम्र में अपनी तपस्या शुरू की। फिर गुरु के आधीन रहकर अपना पिंडदान करके तप किया। सर्दी हो या गर्मी सभी ऋतु में वे बिना कपड़ों के ही तप करते हैं।
क्यों आता है बाबा को गुस्सा?
बाबा से जब पूछा गया कि उन्हें जल्दी गुस्सा क्यों आता है इसपर उन्होंने बताया कि कुछ लोग अजीब सवाल करते हैं तो उनपर उन्हें गुस्सा आता है। अगर कोई तपस्या के बारे में हमसे पूछेगा तो हमें बताने में क्या दिक्कत है। आगे बाबा ने अमृत स्नान और महाकुंभ के महत्व के बारे में बताया और अपनी गाड़ी दिखाई। उन्होंने बताया कि महाकुंभ के बाद वे जंगलों और गुफा में तप करने चले जाते हैं।