आज मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और मंगलवार का दिन है। त्रयोदशी तिथि आज सुबह 6 बजकर 47 मिनट तक थी, उसके बाद चतुर्दर्शी तिथि शुरू हो गई है। आज का पूरा दिन पार कर के देर रात 2 बजकर 53 मिनट तक शिव योग रहेगा। इस योग में किए गए सभी कार्यों में विशेषकर कि मंत्र प्रयोग में सफलता मिलती है। साथ ही आज सुबह 8 बजकर 38 मिनट तक स्थायीजय योग था। स्थायीजय योग में आप अपने विरूद्ध लगाए गए अभियोग का जवाब देते हैं तो अभियोग समाप्त हो जाता है। आप विजय हासिल करते हैं।
आज सुबह 8 बजकर 38 मिनट तक भरणी नक्षत्र रहेगा, उसके बाद कृत्तिका नक्षत्र लग जायेगा। आज हम बात करेंगे कृत्तिका नक्षत्र की। आकाशमंडल में कुल 27 नक्षत्र स्थित हैं, जिनमें से कृतिका तीसरा नक्षत्र है। कृतिका का अर्थ होता है - कार्य करना। इसका पहला चरण मेष राशि में जबकि बाकी तीन चरण वृष राशि में आते हैं। अतः मेष और वृष, दोनों राशियों पर कृतिका नक्षत्र का प्रभाव रहता है।
कृतिका नक्षत्र के स्वामी भी सूर्येदव हैं, जो कि व्यक्ति के अंदर विवेक को जागृत करते हैं और उसके मनोबल को बढ़ाते हैं। इस नक्षत्र का संबंध गूलर के पेड़ से है। तो जिन लोगों का जन्म कृतिका नक्षत्र में हुआ हो उन लोगों को आज के दिन गूलर के पेड़ की उपासना करनी चाहिए।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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