Highlights
- कुछ चीज़ों का वार इंसान को तोड़कर रख देता है।
- अपने दुश्म को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए।
- बीमारी इंसान को पंगु बना देती है इसलिए उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य एक महान विद्वान थे। उन्होंने चाणक्य नीति में सभी मानवीय समस्याओं का समाधान बताया है। उनके कुछ विचार और नीतियां बहुत कठोर हैं लेकिन इसके पीछे इंसान की भलाई ही छिपी हुई है। चाणक्य के अनुसार मनुष्य को कभी भी इन चीजों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इन चीज़ों का वार इंसान को तोड़कर रख देता है और वे कहीं के नहीं रहते। आइए आपको बताए हैं व्यक्ति को किन चीज़ों से सावधान रहना चाहिए।
बीमारी में लापरवाही
चाणक्य नीति के अनुसार, जब कोई व्यक्ति किसी बीमारी से पीड़ित होता है तो उसे अपना और अपने परिवार के बारे में सोचकर अच्छी तरह इलाज़ कराना चाहिए। शरीर के किसी बीमारी से संक्रमित हो जाने के बाद उससे छुटकारा पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। दवाएं बीमारी को दूर कर सकती हैं, लेकिन थोड़ी सी भी लापरवाही आपको भारी पड़ सकती है। और किसी भी बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
बेईमान दोस्त
आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर आप कभी भी उस दोस्त पर भरोसा न करें जिसने आपके साथ गद्दारी की है। बेईमान दोस्त, दुश्मन से भी ज़हरीले होते हैं। उन पर भरोसा करने का मतलब है खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारना, उन्हें कभी हल्के में न लें। इसलिए अगर एक बार दोस्ती में धोखा मिल जाए तो दोबारा उस दोस्त पर कभी यकीन न करें।
दुश्मनों का वार
चाणक्य नीति के अनुसार शत्रु सांप के समान होता है। अपने दुश्म को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए। दुश्मनों को बहुत खतरनाक माना जाता है, उसके हमले से बचना मुश्किल होता है। शत्रु मित्र बन भी जाए तो उसे सदैव सतर्क रहना चाहिए।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। INDIA TV इसकी पुष्टि नहीं करता है।)