Budh Vakri Gochar 2023: आज दोपहर 2 बजकर 4 मिनट पर बुध मेष राशि में वक्री होंगे। फिर 15 मई की सुबह 8 बजकर 46 मिनट तक बुध वक्री गति से यानि उल्टी गति से गोचर करते रहेंगे। इसके बाद फिर से बुध मार्गी हो जाएंगे यानि सीधे गति से गोचर करने लगेंगे और मार्गी गति से गोचर करते हुए 7 जून की शाम 7 बजकर 45 मिनट पर वृष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बुध के इस वक्री गोचर से विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव पड़ेगा जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
बुध वक्री गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव
मेष राशि- वक्री बुध का गोचर आपके पहले स्थान पर, यानि लग्न स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। लग्न स्थान पर बुध के इस गोचर से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आपके मुख से निकली बात प्रभावशाली साबित होगी। इस दौरान आपको धन की प्राप्ति होगी। लवमेट्स के साथ आपके रिश्ते में मजबूती आएगी और संतान पक्ष को न्यायालय से लाभ मिलेगा। लिहाजा शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए अपने किसी भी काम को करने से पहले उसकी दिशा सूची तैयार कर लें।
वृष राशि- बुध का वक्री गोचर आपके बारहवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। बुध का यह गोचर आपको शैय्या सुख दिलायेगा । समाज में आपका और आपके परिवार का मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी, लेकिन 15 मई तक आपको अपने पैसे संभालकर रखने की जरूरत है। अतः अशुभ फलों से बचने के लिए दौरान भगवान गणेश की उपासना करें और 'ऊँ गं गणपतये नमः' मंत्र का जाप करें।
मिथुन राशि- बुध का वक्री गोचर आपके ग्यारहवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है । बुध के इस गोचर से आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। साथ ही यह आपकी संतान की तरक्की कराएगा। इस दौरान आपको कुछ नया हुनर सिखने का मौका मिलेगा। 15 मई तक आपकी कोई इच्छा पूर्ण होने के योग बने हुए हैं। लिहाजा शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए तांबे का पैसा गले में धारण करें।
कर्क राशि- बुध का वक्री गोचर आपके दसवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। बुध के इस गोचर से आपको करियर में सफलता मिलेगी। साथ ही आपके पिता की भी तरक्की होगी। नयी चीजों को सिखने का मन करेगा। शस्त्र आदि के काम से जुड़े लोगों को विशेष फायदा होगा । साथ ही किसी की मदद का गलत फायदा न उठाएं। लिहाजा बुध के शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए इस दौरान बाहर का खाना-पीना अवॉयड करें।
सिंह राशि- बुध का वक्री गोचर आपके नौवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। बुध के इस गोचर से आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आर्थिक लाभ के साथ आयु में भी वृद्धि होगी । साथ ही आपकी सेहत अच्छी रहेगी। लिहाजा 15 मई तक भाग्य का साथ बनाये रखने के लिए लोहे की लाल रंग की गोली अपने पास रखें।
कन्या राशि- बुध का वक्री गोचर आपके आठवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका का यह स्थान आयु से संबंध रखता है। बुध के इस गोचर से शुभ फलों की प्राप्ति के लिए आपको थोड़ी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। आपको इस दौरान मकान भी बदलना पड़ सकता है। अतः 15 मई तक अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मिट्टी के बर्तन में पिसी हुई शक्कर या शहद भरकर वीराने में दबा दें।
तुला राशि- बुध का वक्री गोचर आपके सातवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपका दाम्पत्य जीवन शानदार रहने वाला है। इस दौरान आपको धन लाभ मिलेगा। जो लोग दस्तकारी के काम से जुड़े हैं, उन्हें विशेष लाभ होगा। साथ ही अगर आपके ऊपर कोई मुकदमा या केस चल रहा है, तो 15 मई तक उसकी दलीलें आपके पक्ष में होंगी। लिहाजा शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए अपनी बहन, बुआ को हरे रंग का कुछ गिफ्ट करें।
वृश्चिक राशि- बुध का वक्री गोचर आपके छठे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। बुध के इस गोचर से आपके मित्रों के लिस्ट में बढ़ोतरी होगी, शत्रु पक्ष आपसे दूरी बनाकर रहेगा। आप दूसरों की मदद करेंगे। कोई भी काम धैर्य से करने पर सफलता मिलेगी और साथ ही धन लाभ मिलेगा। साथ ही बुध का यह गोचर आपकी वाणी को प्रभावशाली बनायेगा। लिहाजा 15 मई तक शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए किसी शुभ कार्य के लिए घर से बाहर जाते समय कन्या को फूल गिफ्ट करें।
धनु राशि- बुध का वक्री गोचर आपके पांचवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। बुध के इस गोचर से आपकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी। किसी भी कार्य में आपकी रुचि बढ़ेगी। वहीं जिनके पहले से बच्चे हैं, उनके बच्चों की तरक्की होगी और जीवन में भरपूर रोमांस मिलेगा। लिहाजा बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए गाय की सेवा करें, स्वयं का और संतान का भाग्य उत्तम होगा।
मकर राशि- बुध का वक्री गोचर आपके चौथे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। बुध का यह गोचर आपके साथ-साथ दूसरों के लिए भी शुभ होगा। आपको भूमि-भवन और वाहन का सुख मिलेगा, लेकिन इस बीच अपनी माता के स्वास्थ्य का खास ख्याल रखने की जरूरत है। अतः अशुभ फलों से बचने के लिए 15 मई तक केसर का तिलक मस्तक पर लगाएं।
कुंभ राशि- बुध का वक्री गोचर आपके तीसरे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाई-बहन और यश से है। बुध का यह गोचर आपके मान-सम्मान में वृद्धि करेगा और दूसरों के साथ आपके अच्छे रिश्ते बनाएगा। 15 मई तक आप अपने विचारों को अभिव्यक्त करने की पूरी कोशिश करेंगे। आप और आपके भाई-बहनों को मेहनत के अनुसार लाभ मिलेगा। बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए रात को फिटकरी के नमकीन पानी में हरे मूंग भिगोकर रख दें और सुबह उठकर पशुओं को खिला दें।
मीन राशि- बुध का वक्री गोचर आपके दूसरे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। बुध के इस गोचर से आपके धनकोष में वृद्धि होगी। साथ ही आपके परिवार वालों के लिए भी यह फायदेमंद होगा। आपकी बौद्धिक क्षमता अच्छी होगी और माता का सुख मिलेगा। शत्रुओं पर विजय पाने में कामयाब होंगे। लिहाजा इस वक्री गोचर का शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मिट्टी का खाली घड़ा ढक्कन लगाकर पानी में बहा दें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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