शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित माना गया है। कहा जाता है कि शनिदेव व्यक्ति को कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। अच्छे काम करने वालों पर शनिदेव अपनी विशेष कृपा बरसाते हैं। मान्यताओं के अनुसार, शनिवार के दिन शनिदेव की विधिवत उपासना करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। कहा जाता है कि उनकी कृपा से जीवन के हर एक संकटों से मुक्ति मिल जाती है।
इसके अलावा शनिदेव की पूजा करने से भक्तों के सारे कष्ट दूर जाते हैं और जीवन में खुशहाली आती है। यूं तो भगवान शनि अपने हर भक्तों के संकट हर लेते हैं, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसी 4 राशियों का जिक्र किया है जो भगवान शनि को अति प्रिय है। इन राशियों के ऊपर शनि की साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव भी काफी हद तक कम होता है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो चार राशियां।
जानिए कौन सी हैं वो चार राशियां
1. वृषभ राशि (Taurus)
वृषभ राशि शनिदेव की प्रिय राशियों में से एक है। क्योंकि शुक्र की राशि पर भी शनिदेव की असीम कृपा होती है और शुक्र-शनि दोनों एक-दूसरे के परस्पर नैसर्गिक मित्र है। ऐसे में यह एक दूसरे की राशि पर अशुभ प्रभाव नहीं देते हैं। इसलिए इस राशि के ऊपर शनिदेव की विशेष कृपा होती है।
2. तुला राशि (Libra)
तुला राशि के स्वामी भी शुक्रदेव है और इस राशि में शनिदेव उच्च राशि के होते हैं। ऐसे में इस राशि वालों पर भी शनि की साढ़े साती और ढैय्या का दुष्प्रभाव काफी हद तक कम होता है। कहा जाता है कि शनिदेव की कृपा से इस राशि के जातकों को खूब तरक्की मिलती है। इनको आर्थिक तंगी का भी सामना नहीं करना पड़ता है।
3. मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि के स्वामी शनिदेव है। ऐसे में मकर राशि भी शनिदेव के प्रिय राशियों में से एक है। शनिदेव की कृपा से इस राशि के जातकों को सभी काम में सफलता मिलती है। साथ ही इन्हें पैसों का अभाव भी कम होता है।
4. कुंभ राशि (Aquarius)
कुंभ राशि के भी स्वामी शनिदेव है। ऐसे में इस राशि के जातकों पर भी शनिदेव मेहरबान रहते हैं। उनकी कृपा से कुंभ राशि वाले जातकों को हर कार्य में सफलता मिलती है। साथ ही इनके किसी भी काम में रुकावट नहीं आती। इस राशि वालों का जीवन सुख समृद्धि और खुशियों से भरा हुआ होता है। इनकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और मान्यताओं पर आधारित हैंइंडिया टीवी इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।
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