जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि लॉकडाउन के कारण फंसा हुआ कोई श्रमिक अपने गृह स्थान के लिए पैदल रवाना नहीं हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों को बसों या रेलगाड़ियों के जरिये उनके घरों तक पहुंचाने के लिए उचित व्यवस्थाएं कर रही है। गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो श्रमिक पैदल रवाना हो गए हैं उनके लिए रास्ते में शिविर एवं भोजन सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। कोई श्रमिक भूखा-प्यासा नहीं रहे।
उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में हर व्यक्ति के जीवन की रक्षा और उनके दुःख-दर्द को बांटना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। गहलोत ने प्रवासियों के आवागमन को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण फंसे हुए जिन प्रवासियों व श्रमिकों ने आवागमन के लिए पंजीयन करवाया है उन्हें ई-पास प्राप्त करने में किसी तरह की परेशानी नहीं आए इसके लिए ई-पास की प्रणाली को और बेहतर बनाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन प्रवासी एवं श्रमिकों को ई-पास प्राप्त हो गए हैं, उन्हें रेलगाड़ी के माध्यम से भेजने के लिए समय पर सूचना दी जाए ताकि वे रेलगाड़ी की समयसारिणी के अनुसार निर्धारित स्टेशन पर पहुंच सकें। गहलोत ने कहा कि चिकित्सा आपात, मृत्यु या अत्यावश्यक कार्यों को लेकर पास की प्रक्रिया को और सुगम बनाएं तथा ऐसे मामलों में सहानुभूतिपूर्वक जल्द से जल्द पास जारी करें, ताकि लोगों को अनावश्यक पीड़ा नहीं झेलनी पड़े।
उन्होंने कहा कि करीब 50 दिन से चल रहे लॉकडाउन से उपजी परिस्थितियों के कारण श्रमिक रोजगार एवं घर नहीं पहुंच पाने की पीड़ा के कारण तनावपूर्ण स्थिति से गुजर रहे हैं। इन श्रमिकों को संबल दिया जाना जरूरी है।