कोटा। राजस्थान के कोटा संभाग का सबसे बड़ा मातृ एवं शिशु रोग अस्पताल जेकेलोन एक बार फिर सुर्खियों में आया है। इस बार ये NICU (नियोनेटल इंसेंटिव केयर यूनिट) की बदहाल व्यवस्था को लेकर सुर्खियों में है। 45 बेड के NICU सेंकेड की मानसून की पहली बारिश ने पोल खोल कर रख दी। जेकेलोन अस्पताल के एनआईसीयु में पानी भरा हुआ है। नवजात बच्चों मे संक्रमण के खतरे से परिजन चिंतित हैं। बता दें कि, देश का आधुनिक मॉडल एनआईसीयु को बताते हुए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका वर्चुअल उद्घाटन किया था।
बरसात होने से NICU में पानी भर गया है। रात भर तीमारदार परेशान होते रहे। सोमवार सुबह 7 से 8 सफाई कर्मचारियों की मदद से वार्ड से पानी निकालने का काम शुरू किया गया। NICU फर्स्ट व सेंकेड के बीच कमरा बना बना हुआ है। इसी कमरे को पैनल रूम बनाया गया है। बताया जा रहा है कि यहां MCB बॉक्स सहित अन्य मशीनें रखी गई हैं। कमरे के पीछे टीन शेड लगा हुआ। यहां पाइप टूटने के कारण और नालियां भरने से पानी की निकासी नहीं हुई। कमरे से पानी NICU में घुस गया।
बताया जा रहा है कि कमरे की फॉलसीलिंग से भी पानी टपका है। कमरे की दीवार से सटे पीछे के हिस्से में AC की लाइन लगी हुई है। तीमारदारों ने देर रात करंट आने की बात भी बताई है। सुबह भी गेट पर हाथ लगाने पर अर्थिंग आ रहा था। आनन-फानन में अस्पताल प्रशासन ने कमरे की पीछे की दीवार से एक ईंट तोड़कर व्यवस्थाओं में सुधार का काम शुरू करवाया।
अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर एचएल मीणा ने बताया कि अस्पताल की बिल्डिंग में कई जगह काम चल रहा है, ठेकेदार को बुलवाया गया है। पता लगा रहे हैं कि पानी कहां से आया। वैसे पानी को साफ करवाकर सेनेटाइज करवा दिया गया है।