कोरोना संकट के दौर में शिक्षा क्लासरूम से निकल कर आनलाइन हो गई। लेकिन इंटरनेट के माध्यम से आनलाइन पढ़ाई शहरों में तो आसान है। लेकिन दूर दराज के क्षेत्रों में जहां फोन के सिग्नल मुश्किल से आते हों वहां पर आनलाइन क्लास लेना आसान नहीं होता है। लेकिन मन में अगर जज्बा हो तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं रह जाती। कुछ ऐसा ही जज्बा राजस्थान के बाड़मेर के छात्र हरीश ने दिखाया है। हरीश हर रोज पहाड़ी पर चढ़कर आनलाइन कक्षाओं में शामिल होता है।
मशहूर ताबड़तोड़ क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने अपने ट्वीट में हरीश की कहानी बताई है। वीरेंद्र सहवाग ने लिखा है कि लड़के का नाम हरीश है। यह राजस्थान के बाड़मेर का रहने वाला है। हरीश हर रोज अपने गांव के पास की पहाड़ी पर चढ़ता है। दरअसल उसके गांव में मोबाइल के सिग्नल नहीं आते हैं। ऐसे में हरीश को पहाड़ी पर चढ़ना पड़ता है।
सहवाग बताते हैं कि हरीश हर रोज 8 बजे पहाड़ी पर चढ़ता है और दोपहर 2 बजे क्लास खत्म होने पर वापस घर आता है। सहवाग लिखते हैं मैं हरीश के जज्बे को सलाम करता हूं और उसकी मदद करना चाहता हूं।