जयपुर: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कोरोना बचाव टीकाकरण में महिलाओं की कम संख्या पर चिंता जताते हुए बुधवार को कहा कि राज्य सरकार को इनके लिए ‘डोर टू डोर’ (घर-घर जाकर) टीकाकरण की व्यवस्था करनी चाहिए। राजे ने एक बयान में कहा कि कोरोना से बचाव के लिये चल रहे टीकाकरण अभियान में महिलाओं की कम भागीदारी बेहद चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में संक्रमण का ज्यादा खतरा होता है क्योंकि पूरे घर की जिम्मेदारी उन्हीं पर होती है। परिवार में जब कोई बीमार पड़ता है तो उसकी देखभाल भी उस घर की महिलायें ही करती हैं। इसलिये राज्य सरकार महिलाओं के लिए ‘डोर-टू-डोर’ टीकाकरण की व्यवस्था करे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं के टीकाकरण का अनुपात पुरुषों के मुकाबले 94 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि इसका प्रमुख कारण कामकाजी महिलाओं का घर के कामों में व्यस्त रहना है। महिला को सुबह से देर रात तक घर के कामों से फुर्सत नहीं मिलती और वे टीका लगवाने के बनिस्पत परिवार की सेवा करना ज्यादा जरूरी मानती हैं। इसको देखते हुए राज्य सरकार महिलाओं के टीकाकरण पर ध्यान दे, उन्हें प्रेरित करे।
इसके साथ ही राजे ने महिलाओं से भी अपील की है कि वे घर के कामकाज से समय निकाल कर कोरोना से बचने के लिए हर हाल में टीकाकरण करवाएं।