राजस्थान: भरतपुर के नदबई में हाल ही में महाराजा सूरजमल और डॉ. भीमवराव अंबेडकर की मूर्ति को लेकर हिंसा की घटना सामने आई थी। अब यहां आयोजित भजन संध्या के दौरान लोग आपस में भीड़ गए। भजन संध्या में आपस में जमकर लात घूसे चले। इस दौरान नदबई तहसीलदार भी कार्यक्रम में मौजूद थीं।
कुछ दिन पहले ही नदबई में देर रात हिंसा भड़की थी, इसके बावजूद तहसीलदार संवेदनशील नहीं दिखीं। देर रात नगर पालिका में भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में बवाल की घटना रात करीब 11:30 बजे की बताई जा रही है, जबकि 10 बजे के बाद तेज आवाज में साउंड बजाने की अनुमती नहीं थी।
इलाके में मूर्तियां लगाने को लेकर हुआ था बवाल
हाल ही में नदबई इलाके में मूर्तियां लगाने को लेकर भारी बवाल हुआ था। ग्रामीणों ने बैलारा चौराहे पर आग लगा दी थी। इस दौरान पथराव भी किया गया था। हालात काबू करने जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन पर पथराव शुरू कर दिया। ऐसे में पुलिस को भी आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे। इस दौरान इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
दरअसल, नदबई नगर पालिका तीन जगह मूर्तियां लगा रही थी। संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा की अध्यक्षता में कमेटी ने तय किया था कि कुम्हेर चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति, बैलारा चौराहे पर बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की मूर्ति और नगर चौराहे पर भगवान परशुराम की मूर्ति लगेगी। हालांकि, स्थानीय लोगों की मांग थी कि नदबई का मुख्य चौराहा बैलारा है, इसलिए बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए। इसे लेकर नदबई में 8 अप्रैल से विवाद शुरू हुआ था।
इनपुट- कपिल चीमा