जयपुर: राजस्थान के उदयपुर जिले में रविवार को उदयपुर-असरवा रेलवे पटरी को विस्फोटक से उड़ा दिया गया था। अहमदाबाद से हाल ही में शुरू की गई असरवा-उदयपुर एक्सप्रेस ट्रेन के जावर माइंस थाना क्षेत्र से गुजरने से कुछ घंटे पहले ही रेलवे पटरी पर यह विस्फोट किया गया था। रेलवे ट्रैक पर हुए इस धमाके को राजस्थान की इंटेलिजेंस ने आतंकी हमला करार दिया है। वहीं, उदयपुर में हुए धमाके वाली जगह से महज 70 किलोमीटर दूर नदी से करीब दो क्विंटल जिलेटिन की छड़ें बरामद किए जाने से हड़कंप मच गया है।
7 बोरियों में मिलीं जिलेटिन की छड़ें
उदयपुर ट्रैक पर धमाके की जांच कर रही पुलिस को नदी से 7 बोरियों में 186 किलो जिलेटिन की छड़ें मिली हैं। जिलेटिन की ये छड़ें आदिवासी बहुल इलाके में मिली हैं। इतनी अधिक मात्रा में जिलेटिन की छड़ें मिलने के बाद उदयपुर के ओढ़ा रेलवे ब्रिज पर हुए ब्लास्ट में बड़ी साजिश की आशंका और गहरा गई है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले को उदयपुर रेलवे ट्रैक ब्लास्ट से जोड़कर नहीं देख रही है। पुलिस को अभी ये पता नहीं लग पाया है कि ये कहां से आई और कौन इन्हें यहां फेंक कर गया है।
गीला होने की वजह से गल गए कागज
जिलेटिन की छड़ें जिन बोरियों में मिली हैं, उन पर राजस्थान का पता लिखा हुआ है लेकिन गीला होने की वजह से पैकेट पर लगे कागज गल गये हैं। इसके चलते पैकेट पर लिखी हुई चीजें साफ-साफ नहीं दिख रही हैं। इसी बीच, उदयपर रेलवे ट्रैक पर हुए धमाके की जांच तेज कर दी गई है। रेलवे और पुलिस के अधिकारी जांच कर रहे हैं। मंगलवार को रेलवे पुलिस के DIG राजेश चौधरी घटनास्थल पर पहुंचे और अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली।
ATS-SOG ने शुरू की विस्फोट की जांच
रेलवे पुल की पटरी पर हुए विस्फोट और इससे हो सकने वाले संभावित नुकसान की गंभीरता को देखते हुए जांच राजस्थान आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS-SOG) ने शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार देर रात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ATS-SOG) अशोक राठौड़ ने कहा कि मौके पर जांच के दायरे के बारे में चर्चा की गई और इस संबंध में फिर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
क्या है पुल पर विस्फोट का यह मामला
बता दें कि ओड़ा रेलवे पुल पर उदयपुर-अहमदाबाद को जोड़ने वाले रेलवे ट्रैक पर शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को विस्फोट हुआ था। स्थानीय लोगों ने देर रात विस्फोट की आवाज सुनी थी और रविवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे 2 युवकों ने विस्फोटक व क्षतिग्रस्त पटरी देख कर रेलवे को इसकी सूचना दी। यह रेल लाइन 31 अक्टूबर को शुरू की गई थी, जब PM नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में असावरा रेलवे स्टेशन से असावरा-उदयपुर एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी।