Udaipur railway track blast case: उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन ब्लास्ट मामले में राजस्थान की इंटेलिजेंस ने इसे आतंकी हमला माना है। इंटेलिजेंस के ADG ने कहा कि घटना के पीछे सोच बहुत खतरनाक थी। इस पूरी घटना को अंजाम देने वाले लोग ट्रेंड नहीं थे इसलिए लोगों की जान बच गई। उन्होंने कहा कि ट्रेन के आने के समय ब्लास्ट होना छोटी बात नहीं है। जिस हिसाब से एक्टिविटी की गई है उससे साफ है कि ट्रेन में बैठे लोगों को टारगेट किया जा रहा था। अलग-अलग संदिग्ध लोगों से पूछताछ चल रही है।
ब्लास्ट से पटरियों में दरार
उदयपुर-अहमदाबाद रेल लाइन पर 13 दिन पहले बने पुल पर शनिवार की रात में ब्लास्ट की घटना हुई। ब्लास्ट से पटरियों पर क्रैक आ गया था। इस मामले की जांच एनआईए भी कर रही है। एनआईए ने शुरुआती जांच में पाया है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए सुपरपावर 90 नामक इमल्शन का इस्तेमाल किया गया था। एनआईए इस घटना के पीछे ISI की भूमिका की भी जांच कर रही है।
पीएम मोदी ने 31 अक्टूबर को किया था ट्रैक का उद्घाटन
दरअसल, यह रेल लाइन 31 अक्टूबर से ही शुरू हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्रैक का उद्घाटन किया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ओडा रेलवे पुल पर रेल पटरियों को नुकसान पहुंचाने का मामला चिंताजनक है। डीजी पुलिस को घटना की तह तक जाने के निर्देश दिए हैं। एनआईए के सूत्रों ने बताया कि विस्फोट में जिलेटिन पाउडर का इस्तेमाल किया गया था। विस्फोटक पदार्थों का इस्तेमाल कर इमल्शन बनाया गया, इसे सुपरपावर 90 विस्फोटक कहा जाता है। बता दें कि यह एक व्यावसायिक विस्फोटक है जिसका इस्तेमाल खनन में किया जाता है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों से अनुमति लेनी होती है।
ट्रेन गुजरने ही वाली थी कि हो गया धमाका
अहमदाबाद से अभी हाल के दिनों में उद्घाटन हुई रेलवे लाइन से असरवा-उदयपुर एक्सप्रेस ट्रेन गुजरने ही वाली थी कि शनिवार शाम को यहां धमाका हो गया। विस्फोट स्थल उदयपुर शहर से 35 किमी दूर था। विस्फोट के तुरंत बाद, विभिन्न एजेंसियों, यानी रेलवे पुलिस, राजस्थान पुलिस और NIA की तीन टीमों को वहां भेजा गया था।