Highlights
- कन्हैयालाल की हत्या के बाद से पूरे शहर में भारी तनाव देखने को मिल रहा है।
- मृतक कन्हैयालाल ने 10 दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट की थी।
- घटना के बाद से पूरे प्रदेश में इंटरनेट सस्पेंड हो गया है और धारा 144 लग गई है।
उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में एक शख्स को बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन करना इतना भारी पड़ गया कि 2 हमलावरों ने शनिवार को उसकी जान ले ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रियाज अख्तारी और गौस मोहम्मद नाम के युवकों ने उदयपुर के दुकानदार कन्हैयालाल साहू की गला काटकर हत्या कर दी। कन्हैयालाल एक टेलर थे और दोनों आरोपी कपड़ा सिलवाने के बहाने दुकान में दाखिल हुए थे। घटना के बाद उदयपुर में लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला, और जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले तक दागे।
हत्या के बाद से शहर में भारी तनाव
गिरफ्तार आरोपियों द्वारा एक निर्दोष टेलर की हत्या के बाद से पूरे शहर में भारी तनाव देखने को मिल रहा है। लोग पुलिस की भूमिका से भी नाराज है, क्योंकि कन्हैलाल ने आरोपियों द्वारा धमकी की शिकायत पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई ऐक्शन नहीं लिया। कहा जा रहा है कि पुलिस ने कन्हैया को सिर्फ कुछ दिन सावधान रहने के लिए कहा था। घटना के बाद 2 गुटों में पत्थरबाजी भी हुई है, जिसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं। इसके साथ ही अगले आदेश तक मंगलवार रात 8 बजे से शहर के 7 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं, सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी है। उदयपुर में RAC की 5 कंपनियां तैनात कर दी हैं। इसके अलावा भी प्रशासन ने अतिरिक्त बल तैनात किया है।
पूरे प्रदेश में बंद हुआ इंटरनेट, धारा 144 लागू
मुख्य सचिव ने कानून-व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से प्रदेशभर में आगामी 24 घण्टे के लिए इंटरनेट बंद किये जाने, सभी जिलों में आगामी एक माह तक धारा 144 लागू कर चार लोगों से अधिक के एकत्रित होने पर रोक लगाने, पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारियों के अवकाश निरस्त करने, शांति समिति की बैठकें आयोजित करने और उदयपुर जिले में आवश्यकतानुसार कर्फ्यू लगाये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशकों को रेंज में भेजने के निर्देश दिये हैं।
'घटना के वीडियो के प्रसार पर सख्ती से लगे रोक'
मुख्य सचिव ने सभी संभागीय आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि उदयपुर की घटना के वीडियो के मोबाइल एवं अन्य माध्यमों से प्रसार पर सख्ती से रोक लगाई जाए। साथ ही वीडियो को प्रसारित करने वाले लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि धर्मगुरुओं से अपील की जाए कि वे साम्प्रदायिक सौहार्द एवं शान्ति बनाये रखने में सहयोग करें। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार ने कहा कि सभी जिलों में पूरी सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ स्थिति पर नजर रखी जाए। पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में कानून व्यवस्था को लेकर निरंतर मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें।
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10 दिन पहले सोशल मीडिया पर डाली थी पोस्ट
बताया जाता है कि मृतक कन्हैयालाल ने 10 दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट की थी। पोस्ट के बाद से ही उसे धमकियां मिलने लगी थीं, जिसके बाद उसने 6 दिन तक दुकान नहीं खोली थी, और पुलिस में भी शिकायत की थी। हालांकि पुलिस ने कुछ खास ऐक्शन न लेकर कन्हैया को कुछ दिन सावधान रहने की हिदायत दे दी थी। बता दें कि नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगम्बर मोहम्मद के बारे में बयान दिया था जिसके बाद पूरे देश में प्रदर्शन हुए थे। ऐसे में कन्हैलाल ने जब नूपुर के समर्थन में पोस्ट डाली तो उन्हें भी धमकियां मिलनी शुरू हो गई थीं। हमलावर कन्हैया की दुकान में घुसे और तलवार से कई वार किए और उनका गला काटकर मार डाला। हमलावरों ने इस जघन्य वारदात का वीडियो भी बनाया, और सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर हत्या की जिम्मेदारी भी ली।