Highlights
- इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी से कनेक्शन
- गौस नाम का आरोपी 2014 में गया था पाकिस्तान
- हत्यारे के फोन से पाकिस्तान के 10 नंबर मिले हैं
Udaipur Murder Case: राजस्थान के उदयपुर में कल मंगलवार को टेलर कन्हैयालाल की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना का आरोपियों ने वीडियो भी बनाया, जिसे वायरल कर दिया था। वहीं, हत्या में शामिल दोनों आरोपियों को कल शाम में ही गिरफ्तार कर लिया गया था। अब इस वारदात का पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने सामने आया है। गौस मोहम्मद नाम का आरोपी 2014 में पाकिस्तान गया था और उसने कराची में 45 दिन की ट्रेनिंग ली थी।
वहीं, टेलर की निर्मम हत्या करने वाले आरोपी मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के बारे में बताया जा रहा है कि दोनों आरोपियों का कनेक्शन काराची बेस्ड सुन्नी इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी से सामने आया है। इसका पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से भी है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों आरोपी इस्लामी संस्था के ऑनलाइन कोर्स से जुड़े हुए हैं।
क्या है दावत-ए- इस्लामी?
अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या है दावत-ए- इस्लामी? दरअसल, दावत-ए-इस्लामी खुद को गैर-राजनीतिक इस्लामी संगठन करार देता है। इसकी स्थापना 1981 में पाकिस्तान के कराची में हुई थी। मौलाना अबू बिलाल मुहम्मद इलियास ने इस इस्लामिक संगठन की स्थापना की थी।
120 से ज्यादा देशों में अपना नेटवर्क फैला चुका है संगठन
भारत में यह संगठन पिछले चार दशकों से सक्रिय है। शरिया कानून का प्रचार-प्रसार करना और उसकी शिक्षा को लागू करना संगठन का उद्देश्य है। इस समय यह संगठन करीब 120 से ज्यादा देशों में अपना नेटवर्क फैला चुका है। दावत-ए-इस्लामी की अपनी खुद की वेबसाइट है, जिसके जरिए यह इस्लामिक संगठन कट्टर मुसलमान बनने के लिए शरिया कानून के तहत इस्लामी शिक्षाओं का ऑनलाइन प्रचार-प्रसार कर रहा है।
करीब 32 तरह के इस्लामी कोर्स इसकी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। महिलाओं व पुरुषों दोनों के लिए अलग-अलग तरह के कोर्स हैं। इसके अलावा यह संगठन कुरान पढ़ने और मुसलमानों को हर तरीके से शरिया कानून के लिए तैयार करता है। इतना ही नहीं दावत-ए-इस्माली संगठन पर कई बार धर्मांतरण के आरोप भी लगे हैं।
न्यू मुस्लिम कोर्स भी संचालित करता है संगठन
यह संगठन अपनी वेबसइट पर एक न्यू मुस्लिम कोर्स भी संचालित करता है। यह कोर्स भी पूरी तरह से ऑनलाइन है। इसका उद्देश्य धर्मांतरण कर नए-नए मुसलमानों को इस्लामी शिक्षाओं से रूबरू कराना है। उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या करने वाले दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद दावत-ए-इस्लामी नाम के संगठन से जुड़े हुए हैं। ये दोनों इस्लामी संस्था के ऑनलाइन कोर्स से जुड़े हुए हैं।
राजस्थान के डीजीपी ने कहा, "कन्हैयालाल के एक हत्यारे के फोन से पाकिस्तान के 10 नंबर मिले हैं। गौस मोहम्मद नाम का आरोपी 2014 में पाकिस्तान गया था और उसने कराची में 45 दिन की ट्रेनिंग ली थी। वह अभी भी पाकिस्तान के एक ट्रेनर के संपर्क में था।"
आरोपी रियाज का ISIS लिंक भी आया सामने
आरोपी मोहम्मद रियाज का ISIS लिंक भी सामने आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, रियाज ISIS के आतंकी मुजीब से करीब तीन बार मिला था। मुजीब 1992 में टोंक के मालपुरा में हुए दंगे का मुख्य आरोपी था और नाम बदलकर जयपुर में रह रहा था। इसको स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने डेढ़ महीने पहले गिरफ्तार किया था। मुजीब के ISIS कनेक्शन सामने आए थे। पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।