Highlights
- आरोपियों ने जज से कहा कि घटना को अंजाम देकर भागते वक्त उन्हें चोट लग गई।
- मोहम्मद रियाज उदयपुर के परकोटे में ही एक दुकान पर वेल्डर का काम करता था।
- आरोपी रियाज के एक रिश्तेदार ने बताया कि वह 2002 के बाद भीलवाड़ा नहीं लौटा।
Udaipur Kanhaiyalal Murder Case: राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की नृशंस हत्या के आरोपियों को उदयपुर की एक अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पेशी के दौरान जज ने सवाल किया कि उन्हें चोट कैसे लगी है। जज के सवाल के जवाब में आरोपियों ने जवाब दिया कि वे दोनों कत्ल करने के बाद भाग रहे थे, जिसकी वजह से उन्हें चोट लगी। बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को दर्जी कन्हैयालाल की 2 मुस्लिम युवकों ने कथित तौर पर चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी और उन्होंने इस नृशंस हत्या का वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर डाला था।
उदयपुर में वेल्डर का काम करता था एक आरोपी
बता दें कि उदयपुर हत्याकांड में दोनों आरोपियों की पहचान मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद के रूप में हुई है। मोहम्मद रियाज उदयपुर के परकोटे में ही एक दुकान पर वेल्डर का काम करता था। इसके अलावा वह शहर की ही एक मस्जिद में भी काम करता था और मजहबी प्रचार करता रहता था। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि वह दूसरे मुस्लिम युवाओं को दूसरे धर्म के लोगों पर हमला करने के लिए उकसाता रहता था। रियाज 12 जून को ही अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ किराए के मकान में रहने गया था।
’28 जून को ही वे मकान छोड़कर चले गए थे’
रियाज के मकान मालिक मोहम्मद उमर ने कहा कि वह उससे कभी नहीं मिला। उसने कहा कि रियाज की बीवी ने किराये के आवास के लिए उसकी बीवी से संपर्क किया था। मकान मालिक ने कहा कि पहचान पत्र मांगने के बावजूद उन्होंने नहीं दिया और घटना से पहले 28 जून को ही मकान खाली कर दिया। रियाज मूल रूप से भीलवाड़ा के आसींद कस्बे का रहने वाला है लेकिन 20 साल पहले ही वह वहां से चला गया था। भीलवाड़ा में आरोपी रियाज के एक रिश्तेदार ने बताया कि वह 2002 के बाद भीलवाड़ा नहीं लौटा।
मोहम्मद गौस ने पूछताछ में किया अहम खुलासा
रियाज की 2001 में शादी हुई थी और उसने 2002 में आसींद छोड़ दिया था। वह पिछले साल अपने पिता की मौत के बावजूद आसींद वापस नहीं गया। पुलिस ने बताया कि रियाज का साथी गौस मोहम्मद के पाकिस्तान के इस्लामी संगठन दावत-ए-इस्लामी के साथ संबंध थे, और वह छोटा-मोटा काम करता था। 2014 में गौस मोहम्मद कराची के दावत ए इस्लामी संगठन गया था। संगठन के मुंबई और दिल्ली में भी दफ्तर हैं। पुलिस से पूछताछ में गौस ने बताया कि उदयपुर के वसीम अख्तरी और अख्तर राजा भी पाकिस्तान गए थे जहां उन्हें आतंकी संगठनों ने ट्रेनिंग दी।