देश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश के चलते जलभराव के बीच बेसमेंट (तहखाने) मौत का पर्यार बनते जा रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में आईएएस की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत के बाद राजस्थान की राजधानी जयपुर में ऐसी ही घटना में तीन लोगों की मौत हुई है। जयपुर में जान गंवाने वालों में चार साल की बच्ची भी शामिल है। मामला विश्वकर्मा इलाके का है। यहां बेसमेंट में पानी भरने से दो वयस्क सहित तीन लोगों की मौत हो गई। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने के सात घंटे बाद तीनों के शव निकाले गए।
पुलिस उपायुक्त अमित कुमार ने बताया कि बेसमेंट में जमा पानी में एक पुरुष, एक महिला और उसकी भतीजी डूब गए। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि सड़क पर जमा बारिश के पानी के दबाव के कारण घर की एक दीवार गिर गई और पानी बेसमेंट में घुस गया, जिसमें तीन लोग फंस गए। उन्होंने बताया कि बेसमेंट में पानी घुसने के बाद परिवार के सदस्यों ने वहां से सामान निकालना शुरू कर दिया। इस दौरान दो परिवारों के तीन लोग फंस गए और बेसमेंट पूरी तरह पानी से भर गया। सूचना मिलने पर बचाव अभियान शुरू किया गया और पानी निकालने के लिए 'मड पंप' लगाए गए।
राजस्थान में बारिश का दौर जारी
मानसून की सक्रियता के चलते राजस्थान में बारिश का दौर जारी है, जहां बुधवार (31 जुलाई) को करौली में सबसे अधिक बारिश हुई। मौसम केंद्र (जयपुर) के अनुसार बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में पश्चिमी राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं पर भारी वर्षा हुई। इस दौरान करौली में सबसे अधिक 80 मिलीमीटर वर्षा हुई। पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर के गडरा रोड में 32.5 मिलीमीटर बारिश हुई।
शेखावाटी में जलभराव
फतेहपुर में बारिश के चलते मुख्य बस स्टैंड, नादिन ली प्रिंस हवेली, मण्डावा रोड अंडरपास पुलिया सहित निचले इलाकों में जलभराव हो गया। पंचमुखी बालाजी मंदिर के पास घरों में पानी भर गया। वहीं, सारनाथ मंदिर में शिव भक्तों के लिए लगाया गया डोम भी पानी में गिर गया।
दिल्ली में क्या हुआ था?
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में बारिश के बाद नाले का पानी एक कोचिंग एकेडमी के बेसमेंट में भर गया था। बेसमेंट में लाइब्रेरी थी, जहां छात्र पढ़ रहे थे। बारिश और जलभराव के कारण हुए इलाके में बिजली नहीं थी। ऐसे में लाइब्रेरी का एकमात्र बायोमेट्रिक गेट भी बंद था। पानी भरने पर रस्सी के सहारे छात्रों को बाहर निकाला गया। हालांकि, सभी छात्रों के बाहर निकलने से पहले ही पूरे बेसमेंट में पानी भर गया और तीन छात्रों की मौत हो गई। इस घटना पर जमकर हंगामा हुआ था।
यह भी पढ़ें-
हिमाचल: शिमला और मंडी में बादल फटा, 3 की मौत और 50 लोग लापता, यहां पढ़ें हर अपडेट