राजस्थान के जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या मामले में नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। हत्याकांड के दोनों मुख्य आरोपी रोहित राठौड़ और नितिन फौजी की चंडीगढ़ से गिरफ्तारी हुई है। राजस्थान और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चंडीगढ़ के एक ठेके में बने कमरे के अंदर दोनों शूटर छिपे थे। इससे पहले दोनों बदमाशों को फरार होने में मदद करने वाले रामवीर जाट को भी पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था।
स्कूटी छीनकर फरार हुए थे आरोपी
रामवीर जाट और नितिन फौजी दोनों दोस्त हैं। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में 12वीं क्लास तक दोनों क्लास फेलो थे। सुखदेव सिंह हत्याकांड के बाद आरोपी एक स्कूटी सवार से स्कूटी छीनकर फरार हुए थे। स्कूटी लेकर वह सीधे जयपुर अजमेर रोड स्थित डीसीएम पहुंचे। फिर ऑटो से 200 फीट रोड पहुंचे। वहां बाइक लेकर खड़े रामवीर ने अजमेर रोड पर बगरू के पास बस में उन्हें बिठाया। दोनों वहां से डीडवाना गए, फिर टैक्सी लेकर सुजानगढ़ होते हुए बस से हरियाणा के हिसार पहुंचे।
ट्रेन से चंडीगढ़ पहुंचे थे दोनों शूटर
इनपुट मिलने के बाद जयपुर, हरियाणा और दिल्ली पुलिस की टीमों ने छापेमारी की। पुलिस को यह भी इनपुट मिला कि बदमाश ट्रेन से चंडीगढ़ पहुंचे हैं। पुलिस की टीम में वहां पहुंची और सीसीटीवी फुटेज और संदिग्ध ठिकाने चिन्हित किए गए। 200 पुलिस कर्मियों की टीम बनाई गई थी। एक दर्जन टीमों को रेड करने के लिए बाहर भेजा गया और बाकी से फुटेज में संदिग्ध लोगों की लोकेशन कॉल डिटेल का एनालिसिस का इनपुट लिया गया। हिसार पहुंची तीन इंस्पेक्टर्स की टीमों को इनपुट मिलते ही आगे बढ़ा दिया गया और चंडीगढ़ में दोनों को दबोच लिया गया। राजस्थान पुलिस आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा करेगी।
गोगामेड़ी को गोली मारकर हत्या
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की 5 दिसंबर को जयपुर में उनके आवास के बैठक कक्ष में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना की एक सीसीटीवी फुटेज में हमलावर गोगामेड़ी पर गोलियां चलाते दिख रहे थे। पुलिस ने गोली चलाने वाले दोनों आरोपियों की पहचान जयपुर के रोहित राठौड़ और हरियाणा के महेंद्रगढ़ के नितिन फौजी के रूप में की थी और उनकी गिरफ्तारी में मददगार सूचना देने वाले को पांच लाख रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की थी।