जयपुर: राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्याकांड में घायल अजीत सिंह ने भी दम तोड़ दिया है। अजीत की मौत की खबर से हड़कंप मच गया है। गौरतलब है कि गोगामेड़ी की शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड़ ने अंधाधुंध गोलीबारी कर हत्या कर दी थी।
पुलिस के अनुसार नितिन फौजी के लिए जयपुर में पूरी व्यवस्था रामवीर नाम के शख्स ने की थी। ये दोनों दोस्त हैं। वारदात के बाद रामवीर ही आरोपी नितिन और रोहित को मोटरसाइकिल पर लेकर बगरू टोल प्लाजा से आगे गया और उन्हें राजस्थान रोडवेज की एक बस में बैठाकर फरार करवा दिया। हालांकि हत्याकांड को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस ने गोली चलाने वाले दोनों आरोपियों की पहचान जयपुर के रोहित राठौड़ और हरियाणा के महेंद्रगढ़ के नितिन फौजी के रूप में की थी और सूचना देने वाले को पांच लाख रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की थी। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने रविवार को बताया कि अपराध शाखा की एक टीम ने राजस्थान पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर दोनों को चंडीगढ़ के सेक्टर 22 से पकड़ लिया। आरोपियों के साथ उनका एक और सहयोगी उधम सिंह भी था और उसे भी पकड़ लिया गया।
आरोपी बोले- नहीं जानते थे किसका मर्डर करने जा रहे हैं
गोगामेड़ी को गोली मारने वाले जानते ही नहीं थे कि वे किसका मर्डर करने जा रहे हैं। इसका खुलासा गिरफ्तार किए गए आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में किया है। आरोपियों ने बताया कि वारदात वाले दिन गोगामेड़ी की फोटो दिखाई गई थी। मर्डर करने से एक दिन पहले आरोपियों ने एनिमल फिल्म देखी। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई गिरोह के वीरेंद्र ने गोगामेड़ी की हत्या के लिए नितिन को सुपारी दी थी। नितिन को यह पता नहीं था कि वह किसी की हत्या करने जा रहा है।
पुलिस की जांच में सामने आया कि लॉरेंस ग्रुप के राजस्थान में सक्रिय गुर्गे वीरेंद्र ने ही दोनो शूटरों से संपर्क किया था और उसने नितिन और रोहित राठौर को गोगामेड़ी की हत्या का टास्क दिया था। नितिन को गोगामेड़ी के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी। वीरेंद्र ने घटना के दिन ही नितिन को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की फोटो दिखाई गई थी और उसे बस यही बताया था कि एक बड़ी वारदात करनी है।