दौसा : विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान चिकित्सा मंत्री व लालसोट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी परसादीलाल मीना का काफिला जिले के डिगो गांव से गुजर रहा था। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों ने काले झंडे दिखाते हुए उनके काफिले को रोकना चाहा और गाड़ियों पर पत्थर फेंके। जानकारी के अनुसार परसादीलाल मीना आंतरी क्षेत्र के गांवों में जनसंपर्क करने गए थे। उनके आगमन की सूचना मिलते ही डिगो गांव में कुछ ग्रामीण महिला, पुरुष और बालक हाथों में काले झंडे लेकर सड़क पर प्रदर्शन करने लगे।
वहीं चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीना ने बताया कि पत्थर नहीं फेंके हैं, काले झंडे क्यों दिखाए हैं पता नहीं है। जबकि उन्होंने तो परिजनों की मांग पर जांच अधिकारी को बदलते हुए सीबी सीआईडी से जांच कराने का भरोसा दिया था। भाजपा लंबी हार के डर से बौखलाते हुए इस तरह की औछी राजनीति कर रही है। थानाधिकारी नाथूलाल मीना ने बताया कि घटना को लेकर कोई प्राथमिकी दर्ज होती है तो नियमानुसार कार्रवाई होगी। प्राथमिकी दर्ज नहीं कराने पर पुलिस अपने स्तर पर घटना को अंजाम देने वालों को पाबंद करेगी, जिससे क्षेत्र में शांति बनी रहे।
बता दें कि प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के हाथों में बैनर भी थे, जिसमें डिगो निवासी एक नाबालिग के अपहरण के बाद उसके पिता की मौत मामले में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने व आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की बात लिखी हुई थी। वहीं सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में काफिला गुजरने पर एक ग्रामीण पत्थर फेंकता व महिलाएं काले झंडों से वाहनों पर हमला करती नजर आ रही हैं। दरअसल, 2 जुलाई को डिगो निवासी एक नाबालिग के अपहरण के बाद उसके साथ बलात्कार किया गया था। बाद में उसके उसके पिता की मौत भी हो गई थी। घटना को लेकर 3 जुलाई को ग्रामीणों व परिजनों ने लालसोट थाने के बाहर हंगामा और प्रदर्शन किया था। मृतक की पत्नी की ओर से मामला दर्ज कराया गया था। वहीं पूरे मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
(दौसा से महेश बोहरा की रिपोर्ट)
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