राजस्थान में सत्ता पक्ष के बाद अब विपक्ष भी कोरोना की चपेट में आ रहा है। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सतीश पूनिया कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। पूनिया इस समय एसिम्प्टोमेटिक हैं और डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है।
अब तक डेढ़ दर्जन से ज्यादा नेता संक्रमित
राजस्थान की राजनीति में अब 'कोरोना का भूचाल' आ गया है। यहां अब तक डेढ़ दर्जन से ज्यादा नेता कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। बीजेपी-कांग्रेस से लेकर आरएलपी नेता तक भी इसकी चपेट में आ गए हैं। राजभवन, सीएमओ, सीएमआर और यहां तक कि विधानसभा अध्यक्ष का दफ्तर भी इससे अछता नहीं रहा, वहां भी संक्रमण पहुंच गया है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, किरोड़ीलाल मीणा, हनुमान बेनीवाल, अनिता भदेल कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमित होने वाले नेताओं में पब्बाराम विश्नोई, चन्द्रभान सिंह आक्या, कैलाश चौधरी, गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, हम्मीर सिंह भायल, जोराराम कुमावत, पूर्व मन्त्री मेश मीणा, विश्वेन्द्र सिंह, प्रताप सिंह खाचरियावास, रफीक खान, अशोक लाहोटी, पूर्व महापौर ज्योति खण्डेलवाल और उनके पति शरद खण्डेलवाल शामिल है।
राजस्थान में निजी अस्पतालों पर लगेगी लगाम
राजस्थान सरकार ने गुरुवार को निजी अस्पतालों में कोरोनोवायरस उपचार के लिए दरों को 5,000 रुपये से 9,900 रुपये प्रति दिन निर्धारित किया है। यह निर्णय उन रिपोर्टों के बीच आया है कि निजी अस्पताल उपचार के लिए अत्यधिक शुल्क ले रहे थे। राज्य के चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज (एनएबीएल) द्वारा प्रमाणित नहीं होने वाले अस्पतालों में इलाज का खर्च 5,000 रुपये से 9,000 रुपये प्रतिदिन रखा गया है। एनएबीएल से मान्यता प्राप्त अस्पतालों में एक दिन में शुल्क 5,500 से 9,900 रुपये तय किया गया है। इलाज की लागत में पीपीई किट का 1,200 रुपये शामिल है।