राजस्थान के भीलवाड़ा के बाद सवाई माधोपुर जिले के बौंली थाना क्षेत्र के हनुतिया गांव में भी गुरुवार को एक वीभत्स मामला देखने को मिला है। दरअसल, गुरुवार सुबह बौली थाना क्षेत्र के हनुतिया गांव के एक कुएं में 12वीं कक्षा की छात्रा का शव तैरता हुआ मिला। किशोरी के अपहरण का मामला बुधवार को ही बौंली थाने में दर्ज करवाया गया था। पीड़िता के पिता ने राजकीय विद्यालय हनुतिया में कार्यरत सरकारी अध्यापक रामरतन मीणा पर अपहरण का आरोप लगाया था। छात्रा की मौत को लेकर ग्रामीणों ने शिक्षक पर दुष्कर्म कर हत्या करने का आरोप लगाया। शव मिलने के बाद आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस कस्टडी से शव को अपने कब्जे में ले लिया और राजकीय विद्यालय मैदान में शव रखकर धरने पर बैठ गए। देर शाम तक धरना प्रदर्शन जारी रहा। मांगों पर सहमति न बन पाने के कारण शाम तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका।
जिला पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन ने बताया कि कल पीड़िता के पिता ने बौंली थाना पर राजकीय विद्यालय हनुतिया में अध्यनरत 16 वर्षीय छात्रा के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। साथ ही उसी विद्यालय के अध्यापक रामरतन मीणा पर अपहरण का आरोप लगाया था। रिपोर्ट के अनुसार किशोरी 8 अगस्त से ही लापता थी। मामला दर्ज होने के बाद सीओ मीना मीणा के नेतृत्व में बौंली थाना पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। रात भर ग्रामीणों की सहायता से थाना क्षेत्र के खेतों में और विभिन्न स्थानों पर किशोरी को तलाश किया गया। गुरुवार सुबह 11 बजे हनुतिया गांव के पास स्थित एक कुएं के पास किशोरी की चप्पल में मिली। इसके बाद पुलिस ने कुएं में देखा तो किशोरी का शव पानी में तैर रहा था।
विरोध के कारण नहीं हो सका पोस्टमार्टम
मामले की संवेदनशीलता के चलते मौके पर एसपी हर्षवर्धन अगरवाला, एएसपी सीताराम प्रजापत सहित कई थानाधिकारी और मलारना SDM किशन मुरारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को बौंली लाने की तैयारी की जा रही थी जिस पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई और शव को अपने कब्जे में लेकर मौके से लगभग 1 किलोमीटर दूर राजकीय विद्यालय के खेल मैदान पर ले गए। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों से समझाइश की लेकिन 7 सूत्री मांगों को लेकर ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम का विरोध किया। इस दौरान कई भाजपा नेता धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।
ग्रामीणों ने विद्यालय स्टाफ को भी सुनाई खरी-खोटी
प्रदर्शनकारियों ने पीड़ित परिवार को एक करोड़ का आर्थिक पैकेज देने, पीड़ित परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने, दोषी अध्यापक को टर्मिनेट कर 302 के तहत प्रकरण दर्ज करने और आरोपी को फांसी की सजा देने सहित कई मांगों को लेकर पोस्टमार्टम का विरोध किया। शाम 5 बजे तक कई मांगों पर सहमति बन गई लेकिन मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग पर सहमति न बन पाने के कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इस दौरान ग्रामीणों ने विद्यालय स्टाफ को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई।
छात्रा और टीचर के बीच फोन पर होती थी बात
जानकारी के अनुसार आरोपी शिक्षक और मृतका के बीच मोबाइल पर बातें होती थी ऐसे में ग्रामीणों ने रोष प्रकट करते हुए आरोपी शिक्षक के विरुद्ध दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। बहरहाल पुलिस ने आरोपी शिक्षक को हिरासत में ले लिया है, उससे पूछताछ की गई। मामले को लेकर पुलिस हत्या, सुसाइड, ऑनर किलिंग आदि सभी एंगलो से तथ्य खंगालकर जांच में जुटी हुई है।
(रिपोर्ट- बजरंग सिंह)
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