राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि चुनाव के समय कार्यकर्ता को सब बातें भूलकर चुनाव में जुड़ जाना चाहिए। आगामी चुनाव में सीएम फेस को लेकर उन्होंने कहा, मुद्दा यह है कि पहले हम चुनाव लड़े और सभी सीटों पर जीते यह हमारे प्रायोरिटी है। दावा किया है कि राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, ये सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तय करेंगे। गहलोत या पायलट गुट इसे तय नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार रिपीट होने की स्थिति में विधायक दल मुख्यमंत्री तय करेगा। इसके अलावा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे गुट तय करेगा कि कौन सीएम होगा? गहलोत और पायलट गुट मुख्यमंत्री तय नहीं करेंगे।
'कांग्रेस में नहीं है गहलोत या पायलट गुट'
आगे उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी में कोई अशोक गहलोत गुट या सचिन पायलट गुट नहीं है। यह सब घर के है। मैं इस वक्त कह देता हूं कि जो भी उम्मीदवार है, जो भी प्रतिनिधि है वह सब हमारे गुट के हैं और यह हो सकता है कि किसी भी गुट के नहीं है। लेकिन हो सकता है कि कौन किसको लाइक करता है और कौन किसको नहीं, कौन किसको ज्यादा पसंद करता है। हम सब संगठन पार्टी से जुड़े लोग हैं।
ज्योति मिर्धा के BJP में जाने पर क्या बोले पायलट?
वहीं, कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाली ज्योति मिर्धा के सवाल पर पायलट ने कहा, चुनाव का समय है कुछ लोग जाएंगे, कुछ लोग आएंगे। यह चलता रहता है, ऐसे समय में हर व्यक्ति को छूट होती है कि वह किसी भी पार्टी के लिए काम करें लेकिन इसका जजमेंट सही था या गलत था इसका जवाब जनता ही देगी।
पेपर लीक मामले को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा, जो पेपर लीक हुए थे उसके खिलाफ सरकार ने संशोधन किया है। जो सजा के मापदंड थे उनको बढ़ाया गया है। जहां तक आरपीएससी मेंबर का सवाल है वह बात स्पष्ट बिल्कुल सही है। वह व्यक्ति चयनित होने चाहिए जिनका एक मापदंड होना चाहिए, उनका चयन हो।
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