Highlights
- गहलोत अनुभवी हैं और मैं उनकी बातों को बुरी भावना से नहीं लेता- पायलट
- सरकार गिराने के षड्यंत्र में शेखावत और पायलट शामिल थे- गहलोत
Sachin Pilot: पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने पिता के समान बताया और कहा कि वह स्वस्थ भावना से उनकी टिप्पणियों को लेते हैं। हाल ही में गहलोत ने बयान देते हुए आरोप लगाया कि 2020 में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सचिन पायलट के साथ मिलकर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार गिराने की कोशिश की। इसके बाद, राज्य मंत्री शांति धारीवाल ने उनके बयान का समर्थन किया और कहा कि गहलोत ने जो कहा वह सही था।
'गहलोत अनुभवी हैं और मैं उनकी बातों को बुरी भावना से नहीं लेता'
हैरानी की बात यह है कि ये बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा पायलट के धैर्य की तारीफ करने के बाद आए थे। इन तमाम जुबानी हमलों के बीच पायलट चुप रहे। हालांकि सोमवार को सचिन पायलट ने कहा कि जब राहुल गांधी जैसे नेताओं ने मेरे धैर्य की तारीफ की तो गहलोत के इस बयान से किसी को बेवजह परेशान नहीं होना चाहिए। पायलट ने कहा कि बल्कि इसे सही भावना से लिया जाना चाहिए। उन्होंने गहलोत को अपने पिता के समान बताया और पूर्व में गहलोत द्वारा उनके लिए इस्तेमाल किए गए 'निकम्मा' और 'नकारा' जैसे शब्दों को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि गहलोत अनुभवी हैं, बुजुर्ग हैं और मैं उनकी बातों को बुरी भावना से नहीं लेता।
'2024 में हमारी पार्टी गजेंद्र सिंह शेखावत को हराएगी'
सैन्य भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ राज्यव्यापी आह्वान पर सत्याग्रह का नेतृत्व करने के लिए पायलट सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र टोंक पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के सत्ता में होने के बावजूद हम जोधपुर से चुनाव हार गए। यह हमारी बहुत बड़ी भूल थी। शेखावत को भाजपा ने जोधपुर संसदीय चुनाव में गहलोत के बेटे वैभव के खिलाफ मैदान में उतारा था, जहां वे हार गए थे।
पायलट ने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कोई चूक नहीं होगी। चुनाव में हमारी पार्टी गजेंद्र सिंह शेखावत को हराएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में हम भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए काम करेंगे।
'सरकार गिराने के षड्यंत्र में पायलट शामिल थे'
दरअसल, शनिवार को सीएम अशोक गहलोत ने सीकर जिले में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि साल, 2020 में सरकार गिराने के षड्यंत्र में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पायलट मिले हुए थे। सबको पता है शेखावत ने सरकार गिराने का षड्यंत्र किया है। अब आप पायलट का नाम ले रहे हो और कह रहे हो कि उन्होंने चूक कर दी, यह तो षड्यंत्र साबित हो गया, ठप्पा लग गया।