जयपुर : राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच चल रहा शीतयुद्ध उभरकर सामने आ गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट को गद्दार कहा तो वहीं सचिन पायलट ने कहा कि पहले भी अशोक गहलोत जी ने बहुत बातें मेरे बारे में बोली हैं। इस प्रकार के झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की आज जरूरत नहीं है।
सचिन ने आज तक माफी नहीं मांगी-गहलोत
दरअसल, अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के सीएम बनाने के सवाल पर कहा कि उन्हें सीएम नहीं बनाया जा सकता क्योंकि उन्होंने पार्टी के साथ गद्दारी की है। गहलोत ने कहा- 'उनको कैसे सीएम बना सकते हैं जिसके पास 10 विधायक भी नहीं है। जिसने रीवोल्ट किया, जिसने पार्टी के साथ गद्दारी की हो उसको कैसे स्वीकार कर सकते हैं? पूरा खेल उन्हीं का था। 10 करोड़ रुपये आए थे। बीजेपी ऑफिस से पैसे उठाए थे कई लोगों ने। सचिन ने आज तक माफी नहीं मांगी।'
सरकार गिराने के लिए बीजेपी की तरफ से पैसे आए थे-गहलोत
अशोक गहलोत ने वर्ष 2020 में राजस्थान में आए सियासी संकट का जिक्र किया और कहा कि उस समय सरकार गिराने के लिए बीजेपी की तरफ से पैसे आए थे। गहलोत ने कहा कि सरकार गिराने की कोशिश में अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल थे। सचिन पायलट को इस बगावत के लिए माफी मांगनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने आज तक माफी नहीं मांगी। दरअसल, सचिन पायलट 2020 में पार्टी के 19 विधायकों के साथ दिल्ली के पास रिसॉर्ट में चले गए थे। चर्चाओं के मुताबिक यह सचिन पायलट की आलाकमान को सीधी चुनौती थी कि वे उन्हें सीएम बनाए नहीं तो वे कांग्रेस छोड़ देंगे। हालांकि बाद में सचिन पायलट की सुलह हो गई थी।
आज पार्टी को मजबूत करने की जरूरत-पायलट
वहीं अशोक गहलोत के इस बयान पर सचिन पायलट का रिएक्शन भी सामने आ गया है। उन्होंने कहा-मैंने सुना अशोक गहलोत जी ने जो बोला है। पहले भी अशोक गहलोत जी ने बहुत बातें मेरे बारे में बोली हैं। इस प्रकार के झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की आज जरूरत नहीं है। आज जरूरत इस बात की है कि हम कैसे पार्टी को मजबूत करें।