राजस्थान में चंद महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) में शामिल किया गया। सीडब्ल्यूसी की घोषणा के बाद पायलट ने रविवार को कांग्रेस नेतृत्व का आभार जताया और कहा कि वह कांग्रेस की रीति-नीति व विचारधारा को सशक्त करते हुए उसे और अधिक मजबूती से जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
ट्वीट कर पायलट ने जताया आभार
उन्होंने ट्विटर यानी एक्स पर पोस्ट किया, "कांग्रेस कार्य समिति का सदस्य बनाए जाने पर मैं आदरणीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी जी एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जी का आभार व्यक्त करता हूं। हम सभी कांग्रेस की रीति-नीति व विचारधारा को सशक्त करते हुए उसे और अधिक मजबूती से जन-जन तक पहुंचाएंगे।"
साल के अंत में राजस्थान चुनाव
सचिन पायलट को यह जिम्मेदारी राजस्थान में इस साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दी गई है। पायलट ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मतभेदों को भुलाकर आगे बढ़ने का गत 8 जुलाई को स्पष्ट संकेत दिया था और कहा था कि सामूहिक नेतृत्व ही चुनाव में आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है और पार्टी के सभी नेता एकजुट होकर लड़ेंगे।
"भूलो, माफ करो और आगे बढ़ो"
पायलट ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनसे कहा है, ‘भूलो, माफ करो और आगे बढ़ो’ और खरगे की यह बात उनके लिए एक सुझाव होने के साथ ही पार्टी अध्यक्ष का निर्देश भी है। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी उस वक्त की थी, जब इससे कुछ दिनों पहले खरगे और राहुल गांधी ने प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की थी, जिसमें एकजुट होकर आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला हुआ था। इस बैठक के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने यह संकेत दिया था कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित नहीं करेगी।