जयपुर। राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पालयट पार्टी में बगावत के बावजूद भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं होंगे। समाचार एजेंसी एएनआई ने सचिन पायलट के करीबी सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। हालांकि ऐसा नहीं है कि सचिन पायलट के बागी तेवरों में कमी आई है,उनके करीबी सूत्रों के मुताबिक वे अभी भी मान रहे हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में सरकार अल्पमत में है और उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री निवास पर विधायकों के पहुंचने का मतलब ये नहीं है कि विधानसभा में भी सभी विधायक उनके साथ खड़े होंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को अपने आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई थी उसमें कांग्रेस पार्टी और सहयोगी दलों के सभी विधायक नहीं पहुंचे थे, 20 विधायकों ने विधायक दल की बैठक से नदारद पाए गए थे। ऐसे में सचिन पायलट भले ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल न हों लेकिन इसके बावजूद राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के सामने अभी संकट बना हुआ है।
अशोक गहलोत सरकार में कई मंत्री और विधायक अब खुलकर सचिन पायलट के साथ खड़े होते दिखाई दे रहे हैं। राजस्थान में कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा ने कहा है कि वे सचिन पायलट के साथ खड़े हुए हैं।
बता दें कि, राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच बढ़ती रार को लेकर पायलट के बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। इधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक के बाद पार्टी विधायक जयपुर के होटल फेयरमोंट में शिफ्ट कर दिया है।