Highlights
- गहलोत ने बिना नाम लिए इशारों ही इशारों में पायलट को दी नसीहत
- 12 महीने के बाद राजस्थान के लोगों का विश्वास जीत पाएंगे: पायलट
- फितूर वही कर रहे हैं जिनको पहले मौका मिल गया: अशोक गहलोत
Rajasthan Politics: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने के साथ ही फिर से सियासी संग्राम का माहौल बनता दिख रहा है। इसके संकेत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आज के बयान से मिल रहा है। अशोक गहलोत ने जहां बिना नाम लिए इशारों ही इशारों में सचिन पायलट को सब्र रखने की सलाह दी। वहीं, गहलोत के मैसेज पर बिना नाम लिए सचिन पायलट ने भी पलटवार करने में देरी नहीं की।
हर बार हम सरकार बनाते हैं, लेकिन फिर हार जाते हैं: पायलट
सचिन पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "हमारा एक ही मुद्दा है कि हम चुनाव कैसे जीतें, 2023 के अंदर विधानसभा चुनाव हैं, हर बार हम वहां सरकार बनाते हैं, लेकिन फिर हार जाते हैं। इस बार हम सबने प्रण लिया है कि मिलकर काम करेंगे, ताकि 2023 में कांग्रेस की सरकार दोबारा बने, इसके लिए जो कदम उठाने हैं AICC ने इसकी पहल की है। हमलोग 12 महीने के बाद राजस्थान के लोगों का विश्वास जीत पाएंगे।" पायलट ने गहलोत के युवाओं के धैर्य रखने वाले बयान पर कहा कि हम सबका सामूहिक संकल्प यही है कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार कैसे बने, क्योंकि उसके तुरंत बाद लोकसभा चुनाव है। हम राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्लान तैयार कर रहे हैं।"
गहलोत का बयान- बिना रगड़ाई के पद मिला, वही फितूर कर रहे
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस छोड़कर जाने वाले युवा नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों को बिना रगड़ाई (कड़ी मेहनत) के पद मिल गया, वे फितूर कर रहे हैं और पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। ऐसे लोगों को अवसरवादी बताते हुए गहलोत ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो' यात्रा के बाद कोई भी नेता कांग्रेस छोड़ने से पहले हजार बार सोचेंगे।
जो लोग कांग्रेस छोड़कर गए, वे अवसरवादी लोग हैं: गहलोत
युवा नेताओं की कांग्रेस से नाराजगी के सवाल पर गहलोत ने जयपुर में संवाददाताओं से कहा, "युवा वर्ग नाराज नहीं है। जो लोग छोड़कर गए हैं, वे अवसरवादी लोग हैं। उनको कम उम्र में मौका मिला, केंद्रीय मंत्री बनने का मौका मिला, वही फितूर कर रहे हैं देश में। फितूर वही कर रहे हैं जिनको पहले मौका मिल गया।" गहलोत ने कहा, "मौका मिलना चाहिए था रगड़ाई होने के बाद, उसके बजाय उन्हें पहले ही मौका मिल गया, इसलिए वे फितूर कर रहे हैं और पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। चाहे वह ज्योतिरादित्य सिंधिया हों, जितिन प्रसाद हों, आरपीएन सिंह, इनको कम उम्र में मौका मिल गया। बताइए आप, केंद्रीय राज्य मंत्री, मैं उपमंत्री बना था इंदिरा जी के साथ में, इनको सीधे राज्य मंत्री बनाया गया, अच्छे-अच्छे विभाग दिए गए, उसके बाद में भी छोड़कर चले जाएं पार्टी को, इससे बड़ा अवसरवाद क्या हो सकता है?"
इनके दिन भी अच्छे आएंगे, कोई रोक नहीं सकता: राजस्थान के सीएम
नौजवानों को सब्र करने की नसीहत देते हुए गहलोत ने कहा, "तो ये युवा पीढ़ी जो है उनका हम सम्मान करते हैं। सब्र करना चाहिए नौजवानों को, कभी मौका, अच्छे दिन आएंगे, इनके दिन भी अच्छे आएंगे, कोई रोक नहीं सकता, अवसर मिलेंगे इन लोगों को, जल्दबाजी जितनी करेंगे, उतनी ठोकर खाते जाएंगे।" उन्होंने कहा कि युवाओं को पार्टी में मेहनत करनी चाहिए और मौका आने पर लीडरशिप उनको चांस देती है, जैसे हम लोगों को मौका मिला। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो' यात्रा के बाद में मैं समझता हूं कि अब कोई पार्टी छोड़ेगा, तो हजार बार सोचकर छोड़ेगा।