जोधपुर: नगरपालिका कर्मचारी के रूप में सड़कों पर झाडू लगाने से लेकर राजस्थान सरकार की अधिकारी बनने तक आशा कंदारा ने दिखाया है कि कड़ी मेहनत और धैर्य रखने से सब कुछ हासिल किया जा सकता है। 2 बच्चों की मां कंदारा (40) ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा, 2018 उत्तीर्ण की। इस परीक्षा के परिणाम में देरी हुई और आखिरकार 13 जुलाई, 2021 को इसके नतीजे घोषित किए गए। आशा कंदारा इस समय अकेले ही अपने बच्चों को संभाल रही हैं क्योंकि कुछ साल पहले वह अपने पति से अलग हो गई थीं।
2018 में कंदारा ने पास की सफाई कर्मचारी की परीक्षा
पति से अलग होने के बाद कंदारा ने अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने 2016 में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। आशा कंदारा ने कहा, ‘मुझे शादी टूटने, जातिगत भेदभाव से लेकर लैंगिक पूर्वाग्रह तक बहुत कुछ सहना पड़ा। लेकिन मैंने कभी खुद को दुख में नहीं डूबने दिया और इसके बजाय लड़ने का फैसला किया।’ जोधपुर नगर निगम में ही काम करने वाले अपने पिता के साथ रहते हुए आशा कंदारा ने हमेशा आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने और अपने बच्चों को अपने दम पर पालने का सपना देखा। उन्होंने कहा, ‘मैंने 2018 में जोधपुर नगर निगम के लिए सफाई कर्मचारी की परीक्षा दी और इसे उत्तीर्ण कर लिया।’
‘समाज को न्याय दिलाने के लिए काम करना चाहती हूं’
कंदारा ने सफाईकर्मी के रूप में अपनी ड्यूटी निभाने के साथ-साथ राजस्थान प्रशासनिक सेवा की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। आशा कंदारा ने अगस्त 2018 में प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण की और इससे इससे उन्हें अंतिम परीक्षा की तैयारी के लिए काफी प्रोत्साहन मिला। उन्होंने कहा, ‘मैं एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में समाज को न्याय दिलाने के लिए काम करना चाहती हूं। मेरा प्रयास सिर्फ मेरे समुदाय के लिए नहीं है, बल्कि अन्याय से पीड़ित हर व्यक्ति के लिए है।’ (भाषा)