Highlights
- लक्ष्मणगढ़ थाने के पुलिसकर्मियों ने मारपीट की और थाने ले गए
- युवक की पुलिस हिरासत में पिटाई, दंड बैठक लगाने को कहा
- पुलिस उपाधीक्षक रैंक के अधिकारी से जांच करवाने के आदेश
Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाने में एक युवक की पुलिस हिरासत में पिटाई की गई और उसे दंड बैठक लगाने को कहा, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। इस संबंध में पीड़ित विजेंद्र कुमार के परिजनों ने सीकर जिला पुलिस अधीक्षक को एक (शिकायत) ज्ञापन दिया है। जिला पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक रैंक के अधिकारी से करवाने के आदेश दिए हैं।
पीड़ित युवक की मां शुभिता की ओर से पुलिस अधीक्षक को दी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उनका बेटा विजेंद्र कुमार और उसका दोस्त संदीप सिंह लक्ष्मणगढ़ में उनके वाहन की मरम्मत करवा रहे थे। उन्होंने बताया कि 9 सितंबर की शाम को लगभग 5:00 बजे लक्ष्मणगढ़ थाने के पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की और उसे थाने ले गए।
'पीटा गया और 500 दंड बैठक लगाने के लिए कहा गया'
उन्होंने शिकायत में बताया कि दोनों के साथ दुर्व्यवहार किया गया, उन्हें पीटा गया और 500 दंड बैठक लगाने के लिए कहा गया, लेकिन 300 दंड बैठक करने के बाद कुमार की तबीयत बिगड़ गई और फिर उन्हें 'मुर्गा' बनने के लिए कहा गया। शुभिता ने बताया कि बाद में पुलिस ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया और वे बेहोश हो गए। उसके बाद उन दोनों को 11 सितंबर को भारतीय दंड संहिता की धारा 151 (शांति भंग) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया और अगले दिन उन्हें जमानत पर रिहा किया गया।
आरोपी का 15 सितंबर से किडनी का डायलिसिस चल रहा
कुमार को चिकित्सक के पास ले जाया गया। चिकित्सक ने कुमार को 15 सितंबर को सीकर के राजकीय चिकित्सालय में भेज कर दिया गया। पीड़ित युवक फिलहाल जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की गहन चिकित्सा ईकाई में (आईसीयू) उपचाराधीन है। सीकर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि आरोपी का 15 सितंबर से गुर्दा (किडनी) का डायलिसिस चल रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों ने अपनी रिपोर्ट में किसी के चोटिल होने का कोई जिक्र नहीं किया गया है। पुलिस ने उन्हें 11 सितंबर को गिरफ्तार किया था और अगले दिन जमानत पर रिहा कर दिया।
उन्होंने कहा, "हम परिवार के सदस्यों की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच एक वरिष्ठ अधिकारी से करवा रहे हैं।" दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पीड़ित युवक की मां ने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से प्रताड़ित किए जाने और पिटाई के कारण उनके बेटे की हालत गंभीर हुई है। पुलिस ने दोनों को शांति भंग करने और लोगों को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार किया था।