जयपुर: राजस्थान के भरतपुर में 5 महीने पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुई एक 35 वर्षीय महिला डॉक्टरों के लिए पहेली बनी हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह महिला पिछले 5 महीनों में कोरोना वायरस की जांच में कुल 31 बार पॉजिटिव पाई गई है। यह मामला डॉक्टरों के लिए एक चुनौती साबित हो रहा है। अधिकारियों ने कहा कि उनके परिणाम 14 दिनों में खत्म होने वाले घातक वायरस के समय चक्र का खंडन कर रहे हैं। महिला जहां रुकी हैं उस आश्रम के अधिकारियों ने कहा कि उनके 17 आरटी-पीसीआर और 14 रैपिड एंटीजन टेस्ट सहित सभी टेस्ट में पॉजिटिव रिजल्ट आए।
‘4 सितंबर को हुई थी पहली जांच’
अधिकारियों ने बताया कि महिला का पहला टेस्ट 4 सितंबर को और आखिरी एक 7 जनवरी को किया गया था। उन्होंने बताया कि हर बार वह कोरोना वायरस की जांच में पॉजिटिव पाई गईं, जिसके बाद इस मामले को लेकर मेडिकल चिकित्सक भी हैरान रह गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सारदा देवी पिछले साल अगस्त से भरतपुर में अपना आश्रम में रह रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि आश्रम में एक नई प्रवेशिका के रूप में उनका आश्रम के नियमित प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें वह पॉजिटिव पाई गई थीं।
‘तीनों तरह की दवाएं दी गईं लेकिन...’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तब से सारदा देवी क्वॉरन्टीन में रह रही थी और उन्हें एलोपैथिक, होम्योपैथिक और आयुर्वेद तीनों प्रकार के दवाईयां दी गईं, बावजूद इसके वह हर बार पॉजिटिव पाई गई हैं। डॉक्टर बीएम भरद्वाज ने इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘हैरानी की बात है कि कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बावजूद भी वह स्वस्थ्य हैं और उन्होंने अपना 7-8 किलो वजन भी बढ़ा लिया है।’ बताया जाता है कि सारदा देवी जब राजस्थान के इस आश्रम आई थी, तो वह काफी कमजोर थी और ठीक ढंग से खड़ी भी नहीं हो सकती थी।