Highlights
- पुलिस ने इस गिरोह के पांच लोगों को पकड़ने का दावा किया है
- गिरोह के सदस्य पीड़ित महिलाओं के वीडियो भी बनाते और उन्हें धमकाते थे
- गिरोह का पता उस समय चला जब उसने धरियावद इलाके में लूट की योजना बनाते पांच युवकों को दबोचा
राजस्थान में प्रतापगढ़ जिला पुलिस ने इलाके के राजमार्ग से होकर गुजरने वाले यात्रियों से लूटपाट तथा महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म के कई मामलों में लिप्त रहे एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के पांच लोगों को पकड़ने का दावा किया है जिनमें से एक नाबालिग है। पुलिस का कहना है कि आरोपी राजमार्ग होकर यात्रा करने वाले लोगों को निशाना बनाते, उनसे लूटपाट करते तथा युवतियों तथा महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म करते थे।
गिरोह के सदस्य पीड़ित महिलाओं के वीडियो भी बनाते और उन्हें धमकाते थे। पुलिस को इस गिरोह का पता उस समय चला जब उसने धरियावद इलाके में लूट की योजना बनाते पांच युवकों को धर दबोचा। इन लोगों के मोबाइल फोन से लगभग आधा दर्जन संदिग्ध वीडियो क्लिप मिले हैं।
प्रतापगढ़ की पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमृता दूहन ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘इनमें से एक वीडियो क्लिप उस नाबालिग आदिवासी की भी थी जिसने कुछ दिन पहले धरियावद थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था।’ उन्होंने कहा कि दिसंबर में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और मामले की जांच चल रही है। इस बीच, पुलिस ने एक नाबालिग समेत पांच लोगों को पकड़ा और वीडियो क्लिप बरामद की, जिसमें वे अलग-अलग लड़कियों से सामूहिक बलात्कार करते नजर आ रहे हैं।
इनमें से तीन आरोपी नाबालिग आदिवासी लड़की से सामूहिक दुष्कर्म में शामिल पाए गए। नाबलिग आदिवासी से दुष्कर्म के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया और नाबालिग आरोपी को हिरासत में लिया गया है। वहीं, बाकी दो आरोपियों को मंगलवार को साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा, ‘हम अन्य मोबाइल फोन की जांच कर रहे हैं और अन्य पीड़ितों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।’
दुहान ने कहा कि पुलिस की सतर्कता के चलते आरोपियों को पकड़ लिया गया नहीं तो वे किसी और लड़की को निशाना बनाते। आरोपी राजमार्ग पर लोगों को निशाना बनाते, उनका पीछा करते थे और उनसे लूटपाट करते थे। वे लड़कियों को राजमार्ग के पास सुनसान इलाकों में ले जाकर उनसे सामूहिक दुष्कर्म करते थे और उन्हें धमकी देने के लिए वीडियो क्लिप भी बनाते थे।