जयपुर। राजस्थान में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकार्ड 4401 नये मामले आने पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर लोगों से स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
गहलोत ने ट्वीट किया, 'हम सबके लिए यह चिंता का विषय होना चाहिए कि आज राज्य में कोरोना के अब तक के सर्वाधिक 4401 मामले सामने आए हैं।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'कोरोना वायरस की इस नई लहर में यह तथ्य सामने आया है कि कई बार संक्रमित व्यक्ति का आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव आता है जबकि असल में व्यक्ति कोविड पॉजिटिव होता है। इसलिए यदि खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण दिखें और आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आए तो डॉक्टर की सलाह लेकर डी-डाइमर टेस्ट व सीटी स्कैन भी करवाएं।'
विशेषज्ञों के हवाले से गहलोत ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर पहली लहर से अधिक खतरनाक है। गहलोत ने कहा, 'संक्रमण की इस गंभीरता को आम लोग अभी भी नहीं समझ रहे हैं। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि मास्क लगाएं सामाजिक दूरी का पालन करें और हाथ साफ करते रहें क्योंकि बचाव का यह कारगर उपाय है।'
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सीएम अशोक गहलोत ने सख्ती और बढ़ा दी है। राजस्थान सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइंस के मुताबिक, 10 शहरी इलाकों में नाइट कर्फ्यू की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ा दी है। इस फैसले के तहत राज्य के अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़, डूंगरपुर, जयपुर, जोधपुर, कोटा व आबूरोड की नगरीय सीमा में रात आठ बजे से प्रातः छह बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू रहेगा। इसके लिए बाजार व व्यावसायिक प्रतिष्ठान शाम सात बजे बंद कर दिए जाएंगे। स्कूलों को लेकर भी अहम फैसला लिया गया। इसमें 19 अप्रैल तक कक्षा 1 से कक्षा 9 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।