राजस्थान: राज्य में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है और राज्य की गहलोत सरकार ने किसानों की मदद करने की बात कही है। राजस्थान के आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए तैयारी की जा रही है और किसानों को एसडीआरएफ मानदंडों के तहत राहत प्रदान की जाएगी। वहीं सरकार के जवाब पर असंतोष व्यक्त करते हुए विपक्ष ने इस मुद्दे पर सदन से वॉक आउट किया। मंत्री ने कहा कि किसानों को विशेष पैकेज के मुद्दे को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा।
गहलोत सरकार करेगी किसानों की मदद
आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल को नुकसान हुआ है और जिलाधिकारियों को नुकसान का जायजा लेने का निर्देश दिया गये है। उन्होंने शून्यकाल में फसलों को हुए नुकसान के मुद्दे पर बयान देते हुए बताया कि पाला, शीत लहर और ओलावृष्टि से प्रभावित पात्र किसानों को दिसंबर-जनवरी माह में कृषि इनपुट अनुदान के भुगतान के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जनवरी से मार्च माह में फसल खराबा वाले प्रभावित काश्तकारों को एसडीआरएफ के प्रावधान के अनुसार यथाशीघ्र विभाग द्वारा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
इन जिलों में फसलों को नुकसान
राज्य सरकार प्रभावित किसानों को अधिक से अधिक राहत देने के लिए विशेष पैकेज देने का ऐलान कर सकती है। इस विशेष पैकेज के संबंध में मंत्रिमंण्डल की बैठक में चर्चा भी की जाएगी। मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 29 व 30 जनवरी को ओलावृष्टि से फसल को हुए नुकसान की जानकारी के लिए राजस्व विभाग के पत्र द्वारा सभी जिला कलक्टरों को आदेश जारी किए गए। इनमें कोटा एवं उदयपुर जिले में 33 प्रतिशत से ज्यादा फसलों के नुकसान की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। रिपोर्ट के अनुसार 5 तहसीलों के 75 गांवों में 18 हजार 422 किसान प्रभावित हुए हैं।
मंत्री ने बताया कि 19 जिलों में फसल के नुकसान की सूचना नहीं है जबकि शेष 12 जिलों से सूचना प्राप्त कर एसडीआरएफ नार्म्स के तहत मदद की जाएगी। आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार मार्च में हुई ओलावृष्टि से फसल के नुकसान की जानकारी लेने के लिए आठ मार्च को राजस्व विभाग द्वारा सभी कलक्टरों को निर्देश जारी किए गए। कोटा के जिला कलेक्टर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार छह तहसीलों के 69 गांवों में आठ हजार 293 किसान प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि शेष जिलों से सूचना प्राप्त कर एसडीआरएफ नॉर्म्स के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।