जयपुर: राजस्थान के करौली जिले में भूमि विवाद में पुजारी के जिंदा जलाने के बाद अब गांववालों का गुस्सा फूट पड़ा है। ग्रामीणों ने पुजारी का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। बीजेपी के सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा भी आज करौली में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर मांगे नहीं मानी गई तो शव को लेकर जयपुर जाएंगे और सिविल लाइन में धरना देंगे।
आपको बता दें कि पुजारी को जिंदा जला दिया गया था और बृहस्पतिवार को यहां एसएमएस अस्पताल में मौत हो गयी थी। घटना करौली जिले में सापोटरा के बूकना गांव की है। वहां बुधवार को एक मंदिर के पुजारी बाबू लाल वैष्णव पर पांच लोगों ने हमला किया। आरोप है कि मंदिर के पास की खेती जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे इन लोगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। घायल पुजारी को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें बृहस्पतिवार को जयपुर भेजा गया वहां उन्होंने दम तोड़ दिया। करौली के पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के अनुसार घायल पुजारी के बयानों पर भादसं की धारा 307 में मामला दर्ज किया गया था। बृहस्पतिवार को पुजारी की मौत के बाद इस मामले में भादसं की धारा 302 भी जोड़ी गयी है। प्रकरण के मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गहलोत ने ट्वीट किया, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है,सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है।” गहलोत ने कहा, “घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है व कार्रवाई जारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।” इससे पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया,“राज्य में हर तरह के अपराधों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। सापोटरा में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाने की घटना यह दर्शाती है कि अपराधियों में कानून का भय समाप्त हो चुका है। जनता भयभीत है, डरी हुई है, सहमी हुई है।”
पूनियां ने सापोटरा मामले में तीन सदस्यीय समिति का किया गठन किया है जो तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार कर उन्हें सौंपेगी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए कहा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार को अब अपनी गहरी नींद को त्यागते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाकर परिवार को तुरंत न्याय दिलाना चाहिए। इस बीच पुजारी के परिवार वालों ने इस मामले में थानाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई, परिवार को मुआवजा दिये जाने की मांग रखी है।
इनपुट-भाषा