राजस्थान: पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच चल रही अनबन अबतक लगता है खत्म नहीं हुई है। दोनों के बीच आलाकमान के साथ चली लंबी बैठक के बाद सुलह कराई गई थी। हालांकि सुलह की बातों के बीच भी गहलोत के सुर वही हैं और सचिन भी अपनी तीन मांगों को लेकर अडिग हैं। आलाकमान ने साफ कह दिया है कि गहलोत ही सीएम बने रहेंगे और आगामी विधानसभा चुनाव सब मिलक लड़ेंगे। दोनों नेताओं केबीच सुलह हो जाने की बात कही गई लेकिन दोनों ने अबतक एक साथ कुछ भी नहीं कहा है।
सचिन बुधवार को टोंक की यात्रा पर हैं, जो उनकेआंतरिक संघर्ष के समाधान के बाद से अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र की पहली यात्रा है। पायलट के निर्वाचन क्षेत्र के कई स्थानों पर नेता का गर्मजोशी से स्वागत किया जा रहा है। अपनी यात्रा के दौरान, पायलट हमीरपुर, अलियारी, बावरी और लांबकलां में जनसुनवाई (जनसुनवाई और बातचीत) कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
अपनी तीन मांगों को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं पायलट
टोंक पहुंचे सचिन पायलट ने कहा कि टोंक विधानसभा जनता का मुझे असीम प्रेम मिला है, हम लोग यहां काफ़ी काम कर पाए। विकास की दृष्टि से यहां पर चौमूखी विकास हुआ है।हर मुद्दे पर बीजेपी फेल हुई है, आपस मे खींचतान चल रही है। आप सभी जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी दोहरा चुके हैं कि भ्रष्टाचार को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाताहै। अगर कोई समझौता करता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाता है।
पायलट ने कहा कि जो भ्रष्टाचार वसुंधरा जी के काल मे हुआ था उसपे कार्यवाही होनी चाहिए। मैंने यह बात शीर्ष नेतृत्व से कही थी उसपर कार्यवाही होनी चाहिए। मैंने अल्टीमेटम दिया था और आज उसका आखिरी दिन है, अगर नहीं होता है तो देखा जायेगा।
सचिन पायलट ने कहा है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हम किसी तरह का कोई समझौता नहीं करेंगे। दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के दौरान मैंने अपनी बात रखी है और उम्मीद है कि राजस्थान सरकार मेरे द्वारा उठाये गए मसलो पर विचार करेगी। आज आखिरी दिन है अल्टीमेटम का, देखते हैं सरकार क्या करती है?
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