राजस्थान में सियासी संकट लगातार गहराता दिखाई दे रहा है। बगावती तेवर लिए उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट फिलहाल दिल्ली में हैं। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधायकों को फोन कर के उनकी लोकेशन पूछ रहे है। इस बीच सीएम गहलोत ने रात 9 बजे सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। गहलोत पहले ही भाजपा पर विधायकों की खरीदफरोख्त का आरोप लगा चुके हैं। इस बीच राजस्थान में बॉर्डर पर नाकेबंदी बढ़ा दी गई है। माना जा रहा है कि यह फैसला सियासी घटनाक्रम के बीच विधायकों पर नज़र रखने के लिए लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पहुंचे उप मुख्यमंत्री आज आला कमान से बातचीत कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के 16 विधायक उनके साथ हैं। वहीं कई विधायकों के मानेसर के आईटीसी ग्रांड होटल में ठहरे होने की खबर भी मिली है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से मंत्रियो की बैठक में पायलट कैम्प के कई मंत्री नहीं पहुंचे हैं। सचिन पायलट दिल्ली में है, वहीं पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह भी दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं।
इन विधायकों पर टिकी हैं निगाहें
मौजूदा घटनाक्रम में जिन विधायकों पर सभी की नजर है उसमें विधायक जी आर खटाना, मुरली लाल मीणा, राकेश पारीक ,पी आर मीणा, हरीश मीणा, इंद्राज गुर्जर ,मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया ,प्रशांत बैरवा, चेतन डूडी ,जाहिदा खान, रोहित बोहरा, दानिश अबरार ,सुदर्शन रावत, अमर सिंह जाटव शामिल हैं। इनमें से अधिकांश विधायक फोन नहीं उठा रहे हैं या तो इनके फोन बंद है। इन विधायकों की जानकारी जुटाई जा रही है।
बार्डर पर बढ़ाई गई नाकेबंदी
राजस्थान के बॉर्डर पर नाकेबंदी की गई है बिना पास के प्रदेश से बाहर जाने की इजाजत किसी को नहीं है। सियासी घटनाक्रम के बीच इस तरीके का फैसला माना जा रहा है कि विधायको पर नज़र रखने के लिए लिया गया है।
क्या इस चिट्ठी के चलते गहराया सियासी संकट?
राजस्थान के एसओजी द्वारा सचिन पायलट से पूछताछ के लिए एक चिट्ठी लिखी गई है। बताया जा रहा है कि इस नोटिस के मिलने के बाद से ही सचिन पायलट नाराज़ है। इसी चिट्ठी के बाद वे दिल्ली चले गए थे।