Rajasthan Police: राजस्थान पुलिस वेलेंटाइन सप्ताह के दौरान चर्चित बॉलीवुड गीतों व संवादों और मीम्स के जरिए युवाओं को ऑनलाइन ठगी व फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल के बारे में जागरुक करने में जुटी है। राज्य पुलिस बल आसानी से ठगों का शिकार हो रहे युवाओं का ध्यान आकर्षित करने के लिए अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट और ट्विटर हैंडल पर हास्य व रचनात्मक संदेश साझा कर रहा है। इसी सिलसिले में 'चॉकलेट डे' (नौ फरवरी) को पुलिस की तरफ से एक ट्वीट किया गया। लोगों को अपने वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) किसी से साझा करने के प्रति आगाह करते हुए एक पोस्ट साझा की गई।
राजस्थान पुलिस के ट्वीट में ब्लॉकबस्टर फिल्म '3 इडियट्स' के संवाद का इस्तेमाल किया गया था। ट्वीट में फिल्म के एक पोस्टर के साथ लिखा था, "जहांपनाह तुस्सी ग्रेट हो, चॉकलेट कुबूल करो।" पोस्ट में नीचे लिखा था, "वर्चुअल चॉकलेट के झांसे में न आएं। ऑल इज वेल करना है तो साइबर सेफ्टी अपनाएं।" इसके जरिये लोगों को "डिजिटल चॉकलेट" यानी ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने और "ऑल इज वेल" यानी सबकुछ दुरुस्त रखने के लिए साइबर सुरक्षा अपनाने का संदेश दिया गया है।
रोज रोज तुम जो सनम ऐसा करोगे, पैसे लुट जाएंगे तो आहें भरोगे
राजस्थान पुलिस के 'रोज डे' (सात फरवरी) पर साझा की गई एक पोस्ट में व्हाट्सऐप पर दो लोगों को आपस में बात करते हुए दिखाया गया है, जिनमें से एक व्यक्ति बताता है कि कैसे उसने ऑनलाइन ठगी के कारण अपनी सारी बचत खो दी। इस तस्वीर में लिखा है, "रोज रोज तुम जो सनम ऐसा करोगे, पैसे लुट जाएंगे तो आहें भरोगे" - बता दें कि यह साल 1996 की ब्लॉकबस्टर बॉलीवुड फिल्म "साजन चले ससुराल" के एक गाने की तर्ज पर लिखा गया था।
लड़कियों के लिए पुलिस एक रचनात्मक संदेश लेकर आई है ताकि उन्हें सोशल मीडिया पर नुकसान पहुंचाने वाली नकली प्रोफाइल के प्रति आगाह किया जा सके। ऐसी ही एक पोस्ट में लिखा था "कल आज और कल, कभी भी आ सकता है फेक प्रपोजल।" अतिरिक्त महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं) सुनील दत्त ने वैलेंटाइन वीक के दौरान साइबर अपराध से निपटना उसी दिशा में एक प्रयास है। हमने वेलेंटाइन वीक के दौरान युवाओं को साइबर अपराध के प्रति जागरुक करने का फैसला लिया था।
अधिकारियों के अनुसार राजस्थान पुलिस की सोशल मीडिया टीम पिछले कुछ समय से काफी सक्रिय है और पिछले डेढ़ साल में समय-समय पर इस तरह के रचनात्मक अभियान चलाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अभियानों में लोकप्रिय हिंदी फिल्मों के गीतों, कविताओं, पंचलाइन और संवादों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि रोचक संदेशों को आम आदमी आसानी से समझ जाता है। इससे पहले होली और नए साल की पूर्व संध्या जैसे अवसरों पर इस तरह के अभियान शुरू किए गए थे और यह बहुत लोकप्रिय साबित हुए थे।
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