राजस्थान के राजसमंद में दो पक्षों में हुए विवाद के बाद खूब लाठी-डंडे चले। मामला कूकर खेडा गांव का है। यहां दो पक्षों में हुई लड़ाई के दौरान प्रेम सिंह नाम का व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के लिए प्रेम सिंह को जब अस्पताल ले जाया गया तो वहां से उसे ब्यावर रेफर कर दिया गया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही प्रेम सिंह की मौत हो गई थी। इसके बाद मृतक के परिजन बड़ी संख्या में गुरुवार को शव को लेकर भीम पुलिस थाने पहुंचे। थाने के सामने शव को रखकर मृतक के परिजन प्रदर्शन करने लगे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस थाने पर भीड़ ने किया पथराव
प्रदर्शन कर रहे परिजनों की मांग थी कि जबतक आरोपियों को पकड़ा नहीं जाएगा, वे शव को थाने के सामने से नहीं हटाएंगे। इस दौरान ग्रामीण व परिजनों को भीम उपखंड अधिकारी उम्मेद सिंह, भीम डिप्टी राजेंद्र सिंह राठौड़ समझाने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान पुलिस प्रशासन के आला-अधिकारी भी वहां मौजूद थे। इस बीच अचानक भीम पुलिस थाने पर गुस्साई भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इस हमले में थाना इंचार्ज शैलेंद्र सिं, एएसआई लाला राम, कॉन्स्टेबल दिनेश कुमावत को चोटें आई हैं। हालांकि दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर पुलिस ने मामले को शांत करा दिया है और फिलहाल कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब पुलिस पर पथराव किया गया है। इससे पहले बिहार के गया शहर के अंतर्गत आने वाले डेल्हा आश्रम के पास ही बालू तस्करों द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया था। पुलिस पर हुए इस हमले में डेल्हा थाना के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार और एक जवान घायल हो गए थे। जानकारी के मुताबिक प्रतिबंधित बालू को लेकर ट्रैक्टर से तस्कर शहर के बागेश्वरी गुमटी की तरफ जा रहे थे। इस दौरान जब धानाध्यक्ष ने बालू से लदे ट्रैक्टर को पकड़ने का प्रयास किया तो बालू तस्करों ने करीब 1 किमी तक पुलिस को दौड़ाया। हालांकि जब ट्रैक्टर को पकड़ लिया गया तब बालू तस्करों की ओर से लगातार पथराव किया जाने लगा।