जयपुर: राजस्थान के सियासी संकट के बीच अशोक गहलोत खेमे को एक और झटका लगा है। प्रदेश कांग्रेस के अलावा युवा कांग्रेस और सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष ने भी बगावत कर दिया है। बता दें कि राजस्थान में पहली बार ऐसा हो रहा है कि प्रदेश कांग्रेस, युवा कांग्रेस और सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष बगावत की राह पर हैं।
प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश भाकर और सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पारीक तीनों पायलट गुट में है और पायलट के साथ सुर में सुर मिला रहे हैं।
इससे पहले भारतीय ट्राइबल पार्टी के दोनों विधायकों को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पूरे घटनाक्रम से दूर रहने के निर्देश दिए हैं। ऐसा नहीं होने पर पार्टी द्वारा अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी भी दी गई है।
इस बीच कांग्रेस विधायक दल की एक और बैठक आज सुबह होगी। पार्टी नेतृत्व को उम्मीद है कि नाराज चल रहे उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और अन्य कई विधायक इसमें शामिल होंगे।
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इसके साथ ही पार्टी ने दावा किया है कि कांग्रेस एवं उसके समर्थक निर्दलीय सहित 109 विधायकों ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में भरोसा जताया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार रात संवाददाताओं को यह जानकारी दी।
सुरजेवाला ने दावा किया कि 109 विधायकों ने अशोक गहलोत सरकार में अपना विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि 109 विधायकों ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के प्रति समर्थन पत्र भी दिया और विश्वास भी जताया। कांग्रेस नेता ने कहा, 'इस विश्वास के साथ इन विधायकों ने भाजपा के विधायकों के खरीद फरोख्त के मंसूबों को फेल कर दिया। उन्होंने प्रजातंत्र के चीर-हरण की भाजपा की कोशिशों को खारिज कर दिया।'